NCERT Solution for Class 10th: Hindi Chapter 6 संगतकार ( Sangatakar) Question and answers
हम आपके लिए NCERT Solutions for Class 10th: पाठ 6 – संगतकार हिंदी क्षितिज Book के प्रश्न उत्तर लेकर आए हैं। यह आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे आप जान सकते हैं कि इस पाठ का विषय क्या है। इसे पढ़कर आपको को मदद मिलेगी ताकि वे Sangatakar Summary of NCERT solutions for Class 10th Hindi Kshitij Chapter 6.
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प्रश्न 1. संगतकार के माध्यम से कवि किस प्रकार के व्यक्तियों की ओर संकेत करना चाह रहा है ? (CBSE 2008, 2012, 2016)
उत्तर–संगतकार के माध्यम से कवि ने उन लोगों के प्रति ध्यान आकर्षित किया है जो स्वयं पृष्ठभूमि में रहकर अपने मुख्य कलाकार के महत्त्व को बढ़ाने में लगे रहते हैं। संगीत के अतिरिक्त समाज तथा इतिहास में ऐसे लोग पाए जाते हैं।
प्रश्न 2. संगतकार जैसे व्यक्ति संगीत के अलावा और किन-किन क्षेत्रों में दिखाई देते हैं ? (CBSE 2012, 2016)
उत्तर– संगीत के अलावा उस जैसे लोग राजनीति, अभिनय, धार्मिक आयोजन, समाज सेवा आदि क्षेत्रों में भी दिखाई देते हैं। कार्यकर्ताओं, सहकलाकारों, शिष्यों आदि के रूप में ये नेताओं, अभिनेताओं, संतों, धर्माचायों और समाज-सेवकों का मात्र सम्मान बढ़ाने में लगे रहते हैं।
प्रश्न 3. संगतकार किन-किन रूपों में मुख्य गायक-गायिकाओं की मदद करते हैं ?
उत्तर-संगतकार निम्नलिखित रूपों में मुख्य गायक-गायिकाओं की मदद करते हैं चे मुख्य गायक के आलाप को दोहराते है और उसके प्रभाव को बढ़ते हैं। गायक के लय तान आदि में लीन हो जाने पर गीत के स्थायी भाव को धामे रहते हैं जिससे गायक को मूल गायन पर लौटने में सहायता मिलती है वे गायक के स्वर 1 के विखरने पर उसे संभालते हैं और गायक को अपनी उपस्थिति का अहसास कराके सांत्वना प्रदान करते हैं।
प्रश्न 4. भाव स्पष्ट कीजिए –
और उसकी आवाज में जो एक हिचक साफ सुनाई देती है या अपने स्वर को ऊंचा न उठाने की जो कोशिश है उसे विफलता नहीं उसकी मनुष्यता समझा जाना चाहिए ।
उत्तर- कवि ने बताया है कि संगतकार अपने स्वर को मुख्य गायक से ऊँचा नहीं उठने देता। यह हिचकता है कि उसका स्वर गायक के स्वर से ऊँचा उठकर उसके प्रभाव को कम न कर दे। वह प्रयत्नपूर्वक अपने स्वर को धीमा बनाए रखता है। उसके स्वर से ही उसकी हिचक स्पष्ट हो जाती है। वह एक अच्छा गायक है। उसकी हिचक उसकी विफलता नहीं है
प्रश्न 5. किसी भी क्षेत्र में प्रसिद्धि पाने वाले लोगों को अनेक लोग तरह-तरह से अपना योगदान देते हैं। कोई एक उदाहरण देकर इस कथन पर अपने विचार लिखिए ।
उत्तर- किसी भी क्षेत्र का प्रसिद्ध व्यक्ति क्यों न हो उसकी प्रसिद्धि और सफलता का आधार के सहयोगी और सहकर्मी। होते हैं जी अपने योगदान से उसकी उन्नति का मार्ग प्रशस्त करते हैं। आज महेन्द्रसिंह धोनी का एक सफल कप्तान के रूप में चारों ओर यशगान हो रहा है लेकिन उसको टीम के खिलाड़ियों ने यदि उसका तन-मन से सहयोग न किया होता तो वह 1 अकेले क्या कर सकता था। टीम विजयी होती है तो नाम कप्तान का होता है किन्तु योगदान हर सदस्य का होता है।
प्रश्न 6. कभी-कभी तारसप्तक की ऊंचाई पर पहुंचकर मुख्य गायक का स्वर बिखरता नजर आता है, उस समय संगतकार उसे बिखरने से बचा लेता है । इस कथन के आलोक में संगतकार की विशेष भूमिका को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर- संगीत की लय को तार सप्तक तक उठा ले जाना तो सरल होता है किन्तु उसे सही समय तक साधे रखना कठिन होता है। यह हर कलाकार के वश की बात नहीं होती। कभी-कभी तार सप्तक में गाते हुए गायक का स्वर बैठने और खिरने लगता है, उसकी प्रेरणा शक्ति और उत्साह क्षीण होने लगता है तब संगतकार हो संकटमोचक बनकर गायक की सहायता की आगे आता है। उसके स्वरों को दोहराते हुए उसे सँभलने का अवसर प्रदान करता है। इस दृष्टि से संगतकार की भूमिका अत्यंत महत्त्वपूर्ण हो जाती है। यदि वह सही समय पर सहयोग न करे तो महान से महान कलाकार की प्रतिष्ठा भी भूमिल हो सकती है।
प्रश्न 7. सफलता के चरम शिखर पर पहुंचने के दौरान यदि व्यक्ति लड़खड़ाता है तब उसे सहयोगी किस तरह संभालते हैं ? (CBSE. 2008)
उत्तर- कभी-कभी महान कलाकार भी सफलता के चरम शिखर पर पहुंचकर लड़खड़ा जाते हैं। इस समय सहयोगी या संगतकार ही उन्हें संभालते हैं। वे सक्रिय सहयोग, उत्साहवर्धन और विभिन्न उपायों से उनको थामते और आत्मविश्वास जगाते हैं। मुख्य कलाकार की कमी को अपने सहयोग से ढकने का प्रयास करते हैं तथा उसमें पुनः आत्म-विश्वास पैदा करते हैं ।
रचना और अभिव्यक्ति
प्रश्न 8. कल्पना कीजिए कि आपको किसी संगीत या नृत्य समारोह का कार्यक्रम प्रस्तुत करना है लेकिन आपके सहयोगी कलाकर किसी कारणवश नहीं पहुँच पाएँ –
(क) ऐसे में अपनी स्थिति का वर्णन कीजिए ।
(ख) ऐसी परिस्थिति का आप कैसे सामना करेंगे ?
उत्तर- (क) निश्चय ही ऐसी स्थिति आने पर मेरा मन तनावग्रस्त हो जाएगा। मैं निरंतर सहकलाकारों से संपर्क बनाने की कोशिश करूँगा । एक एक पल मेरे लिए भारी होता जाएगा। मैं आयोजकों से अनुरोध करूँगा कि मेरे कार्यक्रम को आगे बढ़ा दें। अपने सहयोगी कलाकारों के बिना में अपने आपको अत्यन्त असहाय अनुभव करूँगा ।
(ख) ऐसी परिस्थिति आने पर मैं कुछ समय के लिए दर्शकों को भले ही बहला सकूँ लेकिन विलम्ब बढ़ते जाने पर ओताओं और दर्शकों से क्षमा माँग लेना ही उचित समझेंगा में आयोजकों से कोई वैकल्पिक व्यवस्था करने का अनुरोध भी करूँगा ।
प्रश्न 9. आपके विद्यालय में मनाए जाने वाले सांस्कृतिक समारोह में मंच के पीछे काम करने वाले सहयोगियों की भूमिका पर एक अनुच्छेद लिखिए ।
उत्तर- किसी सांस्कृतिक आयोजन में मंच पर उपस्थित कलाकार या वक्ता आदि के साथ ही मंच के पीछे से कार्यक्रम के संचालन में सहयोग करने वाले साथियों की बड़ी महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है। यदि इनका सही समय पर सहयोग न मिसे तो अच्छे से अच्छे कलाकार भी उपहास के पात्र बन जाते हैं। पर्दा उठाना और गिराना, प्रकाश को नियंत्रित करना, उदघोषणा करना, मंच की समयानुकूल साज-सज्जा, संवादों का संकेत करना, समय का ध्यान रखना आदि काम से सहयोगी ही निभाते हैं। अत: इनकी भूमिका के महत्त्व को भुलाया नहीं जा सकता ।
प्रश्न 10. किसी भी क्षेत्र में संगतकार की पंक्ति वाले लोग प्रतिभावान होते हुए भी मुख्य या शीर्ष स्थान पर क्यों नहीं पहुंच पाते होंगे ?
उत्तर- संगतकारों की श्रेणी में आने वाले लोगों की एक नपी-तुली भूमिका रहती है। वे जानते हैं कि उन्हें मुख्य प्रस्तोता को सहयोग करना है। वे संकोचवश अपनी योग्यता और प्रतिभा को दबाए रखते हैं। उनको मुख्य भूमिका में आने का अवसर और प्रोत्साहन बहुत कम ही मिल पाता है। यही कारण है कि ऐसे लोग शीर्ष स्थानों तक नहीं पहुंच पाते होंगे।