NCERT Solutions for Class 9th Hindi Chapter 13 Rajesh Joshi ( बच्चे काम पर जा रहे हैं ) Pdf
इस पोस्ट में हमने NCERT Solutions for Class 9th Hindi Kshitij Chapter 13 Rajesh Joshi बच्चे काम पर जा रहे हैं में हमने सम्पूर्ण अभ्यास प्रश्न को सरल भाषा में लिखा गया है। हमने Class 9th Hindi Kshitij Chapter 13 बच्चे काम पर जा रहे हैं के Questions and Answer बताएं है। इसमें NCERT Class 9th Hindi Chapter 13 Notes लिखें है जो इसके नीचे दिए गए हैं।
1. | Class 9th All Subject Solution |
2. | Class 9th Hindi Solution |
3. | Class 9th Sanskrit Solution |
4. | Class 9th English Solution |
5. | Class 9th Science Solution |
6. | Class 9th Math Solution |
7. | Class 9th Social Science Solution |
प्रश्न 1. कविता की पहली दो पंक्तियों को पढ़ने तथा विचार करने से आपके मन-मस्तिष्क में जो चित्र उभरता है, उसे लिखकर व्यक्त कीजिए ।
उत्तर कविता की पहली दो पंक्तियाँ इस प्रकार हैं कोहरे से ढकी सड़क पर बच्चे काम पर जा रहे हैं
व सुबह सुबह यह पढ़कर मेरे मन-मस्तिष्क में चिंता और करुणा का भाव उभरता है । करुणा का भाव इस कारण उमड़ता है। कि इन बच्चों की खेलने-कूदने की उम्र है, किन्तु इन्हें भयंकर कोहरे में भी आराम नहीं है। पेट भरने की मजबूरी के कारण ही ये ठंड में सुबह उठे होंगे और इच्छा न होते हुए भी काम पर जाना पड़ा होगा । चिंता इसलिए उभरी है कि इन बच्चों की यह हालत कब समाप्त होगी ? कब समाज बाल-मजदूरी से छुटकारा पाएगा ? किन्तु कोई समाधान न होने के कारण चिंता की रेखा गहरी हो गई ।
प्रश्न 2. कवि का मानना है कि बच्चों के काम पर जाने की भयानक बात को विवरण की तरह न लिखकर सवाल के रूप में पूछा जाना चाहिए कि ‘काम पर क्यों जा रहे हैं बच्चे ?’ कवि की दृष्टि में उसे प्रश्न के रूप में क्यों पूछा जाना चाहिए ?
उत्तर – समाचार-पत्रों में बाल मजदूरी से संबंधित रोज अनेक घटनाओं के विवरण और वर्णन लिखे जाते हैं । लोग उन पर सरसरी नजर डाल कर आगे बढ़ जाते हैं । – मजदूरी सामान्य बात नहीं है । इस सामाजिक कलंक बाल- पर समाज से प्रश्न होना चाहिए कि ऐसा क्यों हो रहा है ? ताकि समाज इन अभागे बच्चों के प्रति सोचने को मजबूर हो ।
प्रश्न 3. सुविधा और मनोरंजन के उपकरणों से बच्चे वंचित क्यों हैं ?
उत्तर – समाज में व्याप्त विषमता और गरीबी के कारण बच्चे सुविधा और मनोरंजन के उपकरणों से वंचित हैं। भारत में करोड़ों लोग पेटभर रोटी नहीं जुटा पाते । इसलिए उनके बच्चों को भी बचपन से ही कामकाज की तलाश होती है । यह उनकी जन्मजात मजबूरी होती है। बालकल्याण के लिए कुछ संस्थाएँ बना दी गई हैं। बाल मजदूरी रोकने को अनेक कानून भी बने हुए हैं फिर भी बाल मजदूरी रुक नहीं पा रही है । क्योंकि सरकार इसके मूल कारण गरीबी को दूर कर पाने में असफल है। इसलिए बच्चे मनोरंजन से वंचित हैं।
प्रश्न 4. दिन-प्रतिदिन के जीवन में हर कोई बच्चों को काम पर जाते देख रहा/रही है, फिर भी किसी को कुछ अटपटा नहीं लगता। इस उदासीनता के क्या कारण हो सकते हैं ?
उत्तर लोगों की उदासीनता के अनेक कारण हो सकते पहला कारण है लोग अपनी-अपनी दुनिया में इतने लीन हैं कि वे दूसरों की तरफ देखकर भी नहीं देखते। इसलिए उन्हें बाल- मजदूरी की समस्या कोई समस्या नहीं लगती है, क्योंकि वे बचपन से ऐसा ही देखते और मानते आए हैं कि यह तो होता ही है। समस्या के प्रति जागरूक न होना । दूसरा कारण है. अधिकतर मनुष्य यह सोच ही नहीं पाते कि इन गरीब बच्चों को प्राथमिक सुख-सुविधा उपलब्ध कराना समाज और सरकार का कर्तव्य है। इसलिए वे ईश्वर को और भाग्य को दोष देकर कोई कोशिश करने से बच जाते हैं। तीसरा कारण है मजबूरी लोग मानते हैं कि वे इस दिशा में कुछ नहीं कर सकते। चौथा महत्वपूर्ण कारण है गरीबी गरीब परिवारों को परिवार चलाने के लिए अपने बच्चों को काम पर भेजना पड़ता है।
प्रश्न 5. आपने अपने शहर के बच्चों को कब-कब और कहाँ-कहाँ काम करते हुए देखा है ?
उत्तर मैंने अपने शहर में बच्चों को अनेक स्थानों पर काम करते देखा है। चाय की दुकान पर होटलों में, विभिन्न दुकानों पर, घरों में, निजी कार्यालयों में मैंने उन्हें सुबह से देर रात तक, हर मौसम में काम करते देखा है।
प्रश्न 6. बच्चों का काम पर जाना धरती के एक बड़े हादसे के समान क्यों है ?
उत्तर – कवि ने बच्चों के काम पर जाने की घटना को हादसा (भयानक घटना) इसलिए कहा है क्योंकि यह उनके प्रति घोर पाप है। हर बच्चे को जन्म से ही सब सुख-सुविधाएँ मिलनी चाहिए। उन्हें खेल-कूद, मनोरंजन और पढ़ाई-लिखाई का अवसर अवश्य मिलना चाहिए । जो बच्चे काम पर जाते हैं, वे गरीबी और मजबूरी के कारण जाते हैं। इससे उनका जीवन अंधकार में डूब जाता है । जिस प्रकार किसी हादसे का शिकार हुआ मनुष्य उसके दर्द को जीवन-भर झेलता है उसी प्रकार विरासत में मिली गरीबी के कारण वे जीवनभर गरीब मजदूर बनकर रह जाते हैं । अतः उनका बचपन में मजदूरी करना एक भयानक हादसा है ।
रचना और अभिव्यक्ति
प्रश्न 8. आपके विचार से बच्चों को काम पर क्यों नहीं भेजा जाना चाहिए ? उन्हें क्या करने के मौके मिलने चाहिए ?
उत्तर हमारे विचार से बच्चों को काम पर बिल्कुल नहीं भेजा जाना चाहिए, क्योंकि बच्चों की उम्र कच्ची होती है, मन भावुक होता है । यह उनके खेलने-खाने और सीखने की आयु होती है । उन्हें पर्याप्त कोमल व्यवहार और संरक्षण की आवश्यकता होती है । बच्चों को पढ़ने-लिखने, खेलने-कूदने, घूमने-फिरने और मनोरंजन करने के भरपूर अवसर मिलने चाहिए ।
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