अंतर्राष्ट्रीय पंतग महोत्सव अहमदाबाद में शुरू – पंतग उत्सव 2024
अंतर्राष्ट्रीय पंतग महोत्सव गुजरात के सबसे बड़े उत्सवों में से एक माना जाता है। रंग-बिरंगी पतंगों का यह उत्सव एक विशिष्ट गुजराती कार्यक्रम है । यह गुजरात के अहमदाबाद शहर के साबरमती रिवर फ्रंट और आश्रम रोंड पर 8जनवरी से 14 जनवरी तक मनाया जाता है। इस स्थान के अलावा गुजरात राज्य में इन दो दिनों में राज्य के अधिकांश शहरों में आसमान सुबह से शाम तक रंग-बिरंगी पतंगों से भरा दिखाई देता है। यह पतंग उत्सव जनवरी के दूसरे सप्ताह के दौरान आयोजित किया जाता है। यह पंक्ति महोत्सव हिंदू कैलेंडर के उन दिनों को अंकित करता है जब सर्दी धिरे धिरे गर्मियों में बदलने लगती है और इस समय को मकर संक्रांति या उतरायण कहा जाता है।
यह पतंग महोत्सव असाधारण रूप से जीवंत और कई संस्कृतियों और उप-संस्कृतियों का गढ़, गुजरात राज्य हर साल अंतर्राष्ट्रीय पतंग महोत्सव के दौरान एक नये तरीके से अपनी राज्य की पहचान बनाता है। यह महोत्सव राज्य भर का नहीं, बल्कि भारत तथा विदेशों से कई बड़ी हस्तियां इस पतंग महोत्सव का हिस्सा बनती है तथा अपनी कलाओं का प्रदर्शन करती है। एक तरह से इसे पर्यटन को बढ़ावा दिया जाता है। इन दो दिनों में शहर की हर दुकान, कार्यालय और अन्य सामान्य गतिविधि पूटी तरह से बंद हो जाती है क्योंकि स्थानीय लोग उत्तरायण या मकर संक्रांति मनाने के लिए छतों, सड़कों और खुली जगहों पर पतंग उड़ाते हैं और अपने पड़ोसियों के साथ जमकर प्रतिस्पर्धा करते हैं। यह उत्सव में बच्चों, महिला, बढ़े लोग सभी पतंगबाजी करते हुए झूमते हुए नजर आते हैं।
गुजरात अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव 2024 तिथि
पतंग महोत्सव 8 जनवरी 2024 से 14 जनवरी 2024 तक अहमदाबाद में साबरमती रिवरफ्रंट, आश्रम रोड पर उत्साहपूर्वक मनाया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय पंतग महोत्सव का उद्घाटन 7 जनवरी 2024 को गुजरात के अहमदाबाद में किया जाएंगा। इसके बाद निचे दी गई तारीख वाइज सभी अलग अलग शहरों में उत्साह पूर्वक मनाया जाएगा।
दिनांक | स्थान |
8 जनवरी 2024 | वडोदरा और अहमदाबाद |
9 जनवरी 2024 | केवडिया, द्वारका और अहमदाबाद |
10 जनवरी 2024 | सुरत, राजकोट और अहमदाबाद |
11 जनवरी 2024 | धोरडा, वडनगर और अहमदाबाद |
12 जनवरी 2024 | अहमदाबाद |
13 व 14 जनवरी | अहमदाबाद |
अंतर्राष्ट्रीय पतंग उत्सव उत्तरायण का इतिहास
रंग-बिरंगी पतंग उड़ाने की कला या शौक भारत में कालांतर में विकसित हुआ था। सबसे पहले, इस कला की प्रदर्शनी राजाओं और राजघरानों द्वारा एक प्रमुख खेल के रूप में किया जाता था। फिर यह धीरे-धीरे नवाबों और आम जनता द्वारा, भी प्रदर्शन किया जाने लगा, इसे अत्यधिक मनोरंजक और प्रतिस्पर्धा करने और अपनी ताकत प्रदर्शित करने का एक प्रमुख साधन के रुप माना गया। जैसे-जैसे यह इस कला ने विस्तृत आकार से बढ़ती गई, पतंग उड़ाना एक गंभीर खेल बन गया और विभिन्न प्रकार की रंग बिरंगी पतंगें बनाई जाने लगी और इसे विशेष डोर के साथ प्रतिस्पर्धा होने लगीं। भारत और दुनिया भर से विशेषज्ञ पतंग निर्माताओं और पतंग उड़ाने वालों को पतंग उड़ाने की कला में अपने कौशल और विशेषज्ञता दिखाने लगे और किसी भी कीमत पर अपने प्रतिस्पर्धियों को हटाने के लिए आमंत्रित या काम पर रखा जाने लगा ।
इतिहास कुछ स्रोतों से पता चलता है कि इन्हें फारस से आए मुस्लिम व्यापारियों द्वारा पेश किया गया था, जबकि साथ ही, चीनी व्यापारी और तीर्थयात्री भी तिब्बत से आने वाली परंपराएं लाए थे। फिर भी, यह कला भारत में बहुत समय पहले से ही स्थानीय लोगों द्वारा उतरायण नाम से इस धार्मिक उत्सव को मनाते आते रहे हैं। प्रचीन भारत धर्म ग्रंथों में मकर सक्रांति के दिन ही गंगा ने सगर के पुत्रों का उद्धार किया था और गंगा सागर में मिली थी। मकर संक्रांति पर इस बार बेहद शुभ योग का संयोग बनता है, जानकारों के अनुसार इसमें स्नान-दान, पूजा, पाठ, जप, तप का साधक को दोगुना लाभ मिलेगा।
पंतग महोत्सव 2024 में मुख्य आकर्षण
1. | पंतग बाजार |
2. | पंतगबाजी प्रतियोगिताएं |
3. | फूड बाजार |
4. | चमकदार रात का आसमान |
5. | गुजराती मिष्ठान्न |
6. | योग प्रतियोगिताएं |
अंतरराष्ट्रीय पंतग महोत्सव के मुख्य आकर्षणों / गतिविधियों में अंतर्राष्ट्रीय / राष्ट्रीय पतंग उड़ाने वाले परेड, 1500 स्कूली बच्चों द्वारा सूर्यनमस्कार, 200 ऋषिकुमारों द्वारा आदित्य स्तुति, पतंगबाजी, पारंपरिक शिल्प स्टाल, फूड स्टॉल, साहसिक गतिविधि, सुबह योग और जुम्बा व्यायाम और शाम के समय सांस्कृतिक कार्यक्रम थीम पवेलियन, थीमैटिक एक्जीबिशन स्टॉल आदि शामिल हैं।
अंतरर्राष्ट्रीय पतंग महोत्सव, उत्तरायण का उत्सव
अंतर्राष्ट्रीय पतंग महोत्सव गुजरात के प्रमुख त्योहारों में से एक है और यह उत्सव का दिन हिंदुओं के लिए भी पवित्र माना जाता है। इस लोग अपने घरों स्वादिष्ट गुजराती व्यजन जैसे लडडू, उधियू या सुरती जामुन तथा तिल के लड्डू बनाने की व्यवस्था शुरू कर देते है, बच्चे और नौजवान मिठाईयां खाकर अपनी रंग-बिरंगी पतंगों के साथ सुबह जल्दी अनुकूल हवा का लाभ उठाने के लिए अपनी छतों पर चढ़ जाते है। पतंग उड़ाने के लिए उपयुक्त छत ढूंढने के लिए लोग अपनी या अपने दोस्तों की छतों पर छोटे समूहों में इकट्ठा होते हैं, जिससे इसे एक साथ सामूहिक पतंग महोत्सव मनाने की गतिविधि भागीदार बन सकते है।
गुजरात का अहमदाबाद अंतर्राष्ट्रीय पतंग महोत्सव की मेजबानी करता है, लेकिन यह महोत्सव मुख्य रूप से सूरत, वडोदटा, राजकोट और नडियाद और अन्य राज्यों के जिलों में जैसे जयपुर, उदयपुर और जोधपुर आदि शहरों में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है।
पंतग उत्सव के कुछ मुख्य आकर्षण जिन्होंने आगंतुकों को प्रसन्न किया, वे हैं अहमदाबाद के मास्टर पतंग निर्माता रसूलभाई रहीमभाई की पतंग। एक ही डोट पर उनकी 500 पतगें शीर्ष आकर्षण बनी हुई हैं। बॉक्स पतंगों से लेकर विंडसॉक्स और हाई-स्पीड स्पोर्ट पतंगों से लेकर हाथ से पेंट की गई कलात्मक पतंगों तक, लगभग हर प्रकार की पतंगें अहमदाबाद के सरदार पटेल स्टेडियम में उड़ती हुई देखी जा सकती हैं।
पहुँचने के लिए क्या करें
| हवाईजहाज से
गुजरात का सरदार वल्लभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा घरेलू और अंतराष्ट्रीय उड़ानों के लिए सबसे अच्छा हवाई सुविधाएं प्रदान करता है। यह एक प्रमुख गंतव्य होने के साथ में, हवाई अड्डा भारत के सभी प्रमुख शहरों जैसे दिल्ली, बैंगलोर, चेन्नई, मुंबई आदि से भी जुड़ा हुआ है। इन शहरों से कई नियमित उड़ानें हैं। इसके अलावा यहां से एयर इंडिया द्वारा यूके और यूएसए के लिए सीधी उड़ानें संचालित की जाती हैं।
| रेल द्वारा
गुजरात का अहमदाबाद, एक प्रमुख रेलवे स्टेशनों में एक है यह देश के सभी बड़े शहरों से जुड़ा हुआ है। और मुंबई, दिल्ली और बैंगलोर जैसे प्रमुख शहरों से नियमित ट्रेनें संचालित होती हैं। रेलवे स्टेशन अहमदाबाद शहर के केंद्र से लगभग 6 किलोमीटर दूर स्थित है जिसका नाम कालूपुर रेलवे स्टेशन है और आपको अंतर्राष्ट्रीय पतंग महोत्सव में ले जाने के लिए यहां से कई बसें, रिक्शा और टेक्सियों जाती है।
| सड़क द्वारा
गुजरात और उसके आसपास की सड़कें अच्छी स्थिति में हैं अहमदाबाद शहर अन्य सभी महत्वपूर्ण शहरों से जुड़ा हुआ है और सूरत, पुणे, मुंबई, शिरडी, उदयपुर, भावनगर और गांधीनगर जैसे शहर अहमदाबाद से अच्छी तरह से जुड़े हुए हैं
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अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव कब मनाया जाता है?
पतंग महोत्सव 8 जनवरी 2024 से 14 जनवरी 2024 तक अहमदाबाद में साबरमती रिवरफ्रंट, आश्रम रोड पर उत्साहपूर्वक मनाया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय पंतग महोत्सव का उद्घाटन 7 जनवरी 2024 को गुजरात के अहमदाबाद में किया जाएंगा।
अंतर्राष्ट्रीय पतंग महोत्सव क्यों है?
भारत धर्म ग्रंथों में मकर सक्रांति के दिन ही गंगा ने सगर के पुत्रों का उद्धार किया था और गंगा सागर में मिली थी। मकर संक्रांति पर इस बार बेहद शुभ योग का संयोग बनता है, जानकारों के अनुसार इसमें स्नान-दान, पूजा, पाठ, जप, तप का साधक को दोगुना लाभ मिलेगा।
पतंग का दिवस कब है?
प्रत्येक वर्ष 14 जनवरी को अंतरराष्ट्रीय पंतग दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मकर संक्रांति तथा उतरायण कहा जाता है।