नाहरगढ़ का किला का निर्माण आमेर की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए
इस किले का निर्माण सवाई जयसिंह ने 1734 में किया था
राजा सवाई राम सिंह के नौ रानियों के लिए अलग अलग आवास खंड बनवाए गए हैं जो सबसे सुन्दर भी हैं।
किले के पश्चिम भाग में “पड़ाव” नामका एक रेस्तरां भी है जहाँ खान पान की पूरी व्यवस्था है।
पीले रंग के साथ गुलाबी नगरी जयपुर में बहुत आकर्षक दिखाई देता है।
किले अंदर कई खूबसूरत संरचनाओं का संग्रह है। जब आप इस किले के “ताड़गीट” नामक प्रवेश द्वार से किले में प्रवेश करेंगे तो आपको को बाईं ओर जयपुर शासकों समर्पित एक मंदिर मिलेगा।
नाहरगढ़ किले के चारों और बनी विशाल व भव्य सैन्य चौकियां का निर्माण किया गया है
नाहरगढ़ किले में भव्य और आकर्षक माधवेंद्र पैलेस को महाराजा सवाई माधोसिंह द्वितीय ने अपने शानदार वापसी के रूप में बनवाया था।
इस किले हर जगह पर भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय सहित 24 शीर्ष कलाकारों द्वारा बनाई गई 53 कलाकृतियां हैं।