इस दुर्ग से पाकिस्तान बोर्डर को आसानी से देखा जाता है, यहां भारतीय और पाकिस्तानी सेना की गस्त देख सकते हैं।
जैसलमेर दुर्ग, भारत के राजस्थान राज्य में स्थित है, यह एक प्रसिद्ध परिवारीकिला है और राजस्थान की राजधानी जयपुर के बाद दूसरा सबसे बड़ा किला है।
इसका नाम 'सोनार किला' भी है क्योंकि इसकी अद्वितीय पूंजी का निर्माण पत्थरों के बजाय पत्थर के उपयोग से हुआ है जिससे यह सुनहरी धारण प्राप्त करता है।
यह किला 12वीं सदी में महाराजा रावल जैसिंह द्वारा बनवाया गया था और यह एक महान राजपूती संरचना है जिसमें चारों ओर चार दरवाजे हैं और 99 खिड़कियाँ हैं जो विभिन्न दिशाओं में खुलती हैं।
जैसलमेर दुर्ग भारतीय संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा है और यह विश्व धरोहर स्थल के रूप में यूनेस्को द्वारा मान्यता प्राप्त कर चुका है।
किले के अंदर एक महाकाव्य राजमहल भी है, जिसमें आकर्षक चित्रण और विशाल सजीव प्रदर्शनी हैं जो महाराजा के जीवन का अंश प्रस्तुत करते हैं।
यहाँ से किले की ऊँचाइयों से आपको जैसलमेर शहर का सुंदर प्राकृतिक दृश्य भी दिखता है जो खासकर सूर्यास्त और सूर्योदय के समय खासा मनमोहक होता है।
जैसलमेर दुर्ग राजस्थान के पर्यटन स्थलों में से एक है और यह भारतीय इतिहास और संस्कृति के महत्वपूर्ण आदान-प्रदान का प्रतीक है।
यहाँ पर टूरिस्ट्स को दर्शनीय स्थल, पारंपरिक बाजार और जैसलमेर के कला और साहित्य का एक अद्वितीय परिचय मिलता है।
इसका दरवाजा बर्फीली सर्दियों में आपको एक आश्चर्यजनक बर्फ की दीवार के साथ स्वागत करता है, जो इसका एक और विशेषता है।