हिंदी मुहावरे और अर्थ || Muhavre in Hindi
हिंदी मुहावरे ‘‘मुहावरा’’ एक ऐसा शब्द है जिसका एक विशेष अर्थ होता है जो शब्द के सामान्य अर्थ से भिन्न होता है। भावनाओं या विचारों को अधिक सुंदर और प्रभावी तरीके से व्यक्त करने के लिए अक्सर रोजमर्रा की बातचीत में मुहावरों का उपयोग किया जाता है। जब हम मुहावरों का प्रयोग करते हैं तो हम जो भाषा बोलते हैं वह अधिक आकर्षक, प्रभावी और रोचक हो जाती है। इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे मुहावरों के बारे में बताएंगे जो हम अपने दैनिक जीवन में प्रयोग करते हैं।
हिंदी मुहावरे व उनकी विशेषता | Hindi Muhavre
हिंदी मे मुहावरे सबसे बड़ी भूमिका रहती है। मुहावरे के हिन्दी भाषा में रोचकता का अभाव रहता है। व्याकरण की दृष्टि से भी मुहावरों का बहुत अच्छा रोल होता है। मुहावरे आज से लगभग कई सालों से हिंदी एवं अन्य भाषाओं में चले आ रहे हैं। मुहावरे भी दो तरह के होते हैं लौकिक मुहावरे व विष्ट मुहावरे। हिंदी में प्रचलित कुछ मुहावरों के अर्थऔर उनका वाक्य में प्रयोग दिया गया है। इन सभी को पढ़कर आप हिंदी की विशेष विधि को समझ सकते हैं।
1-मुहावरे अपने आप में केवल साधारण वाक्य नहीं हैं।
2-सन्दर्भ के अनुसार इनका प्रयोग एक विशेष प्रकार से किया जाता है।
3-मुहावरों के शब्दों को बदला नहीं जा सकता, और मुहावरों के सामान्य अर्थ को केवल व्यापक व्याख्या के रूप में लिया जाता है।
4-मुहावरे संदर्भ के अनुसार अर्थ देते हैं और आमतौर पर किसी ऐसी चीज पर आधारित होते हैं जोजे किसी विशेष संस्कृति या समय में सामान्य होती है।
‘अ’ वर्ण से शुरू होने वाले मुहावरे
1. अँगूठी का नगीना = प्रिय लगना
वाक्य में प्रयोग:- मेरे तो यह एक ही बच्चा है और यही मेरी अँगूठी का नगीना है।
2. अँधेरे में तीर चलाना = बिना लक्ष्य के प्रयास करना
वाक्य में प्रयोग:- पाठ्यक्रम को ध्यान में रखकर पढ़ो, कुछ भी पढ़कर अँधेरे में तीर मत चलाओ
3. अँधेरे में रखना = धोखे में रखना
वाक्य में प्रयोग:-चालाक लोग हमेशा हर किसी को अंधेरे में रखकर स्वार्थ सिद्धि करते हैं।
4. अंक लगाना = गले लगाना, आलिंगन करना
वाक्य में प्रयोग:-अमित ने अपने बिछड़े भाई कमल को देखते ही अंक लगाया।
5. अंकुश न होना =नियंत्रण न होना ।
वाक्य में प्रयोग:- अंकुश न रखने के कारण बच्चों के बिगड़ जाने की आशंका रहती है।
6. अंग उभरना = युवावस्था में अंगों का विकास होना ।
वाक्य में प्रयोग:- पौष्टिक आहार सेवन से बच्चों के अंग युवावस्था में अच्छी तरह उभरने लगते हैं।
7. अंग गिराना = उत्साहित न होना ।
वाक्य में प्रयोग:-यद्यपि सुरेंद्र अध्ययनशील छात्र है तथापि अध्ययन के नाम पर अंग गिराए रहता है।
8.अंग टूटना / अंग-अंग टूटना = बदन में दर्द होना।
वाक्य में प्रयोग:-अत्यधिक परिश्रम करने के कारण अक्सर अंग टूटने लगता है।
9. अंग लगना = शरीर का विकास करना।
वाक्य में प्रयोग:-कुछ व्यक्ति ऐसे होते हैं; वे जो कुछ भी खाते हैं, सब उनके अंग लग जाता है।
10. अंग-अंग ढीला होना =शरीर में स्फूर्ति न रहना।
वाक्य में प्रयोग:--निरंतर अधिक परिश्रम करने से अंग-अंग डीला हो जाता है।
11. अंग-अंग फड़कना = उत्साह एवं ऊर्जा से भरपूर होना।
वाक्य में प्रयोग:-अच्छे खिलाड़ी द्वारा मैदान में चौके-छक्के लगाने पर दर्शकों के अंग-अंग फड़कने लगते हैं।
12.अंग-अंग फूले न समाना = अति प्रसन्न होना।
वाक्य में प्रयोग:-परीक्षा में सर्वोच्च पर, विपुल अंग-अंग फूले न समा रहा था।
13.अंगद का पैर होना = दृढ़ होना।
वाक्य में प्रयोग:-कभी-कभी रिश्तेदार अपनी अपेक्षाओं को लेकर इस प्रकार अड़ जाते हैं मानो अंगद के पैर हो गए हों।
14. अंगारे बरसना = अत्यधिक गरमी पड़ना।
वाक्य में प्रयोग:-ग्रीष्म ऋतु में धरती अंगारे बरसाने लगती है।
15. अंगारे सिर पर धरना = बहुत दुःख सहना।
वाक्य में प्रयोग:-गरीब को आजीवन सिर पर अंगारे धरकर चलना पड़ता है।
16. अंगारे उगलना = क्रोध में लाल-पीला होना, कटु कथन कहना
वाक्य में प्रयोग:-अभिमन्यु की चक्रव्यूह में मृत्यु के बाद अर्जुन कौरवों पर अंगारे उगलने लगा।
17. अंगारों पर पैर रखना = संकटपूर्ण कार्य करना।
वाक्य में प्रयोग:-सर्कस में शेरों के बीच कार्य करना आसान नहीं है, अंगारों पर पैर रखना है।
18. अंगुलियों पर नचाना = वश में करना।
वाक्य में प्रयोग:-कठोर प्रबंधक अपने कर्मचारियों को अपनी अंगुलियों पर नचाते हैं।
19. अंगुली पकड़कर पहुँचा पकड़ना = थोड़ा लाभ पाकर बड़े लाभ की प्राप्ति के लिए बढ़ना।
वाक्य में प्रयोग:-स्वार्थी लोग पहले किसी सामर्थ्यवान की अंगुली पकड़ते हैं और कुछ समय बाद उसका पहुँचा पकड़ने लग जाते हैं।
20. अंडे सेना = घर में ही बैठे रहना।
वाक्य में प्रयोग:-बाहर निकलो, कुछ काम करो, घर में ही पड़े-पड़ें अंडे सेते रहने से कुछ नहीं होगा।
हिंदी में समास पढ़ने के लिए क्लिक करें:- हिंदी के समास
21. अधाधुध लुटाना = अर्थ / धन का अपव्यय करना।
वाक्य में प्रयोग:-शराब की बुरी लत लगने के कारण बेटे ने पिता की संपत्ति को अंधाधुंध लुटा दिया।
22.अंधेर खाता = नियम विरुद्ध कार्य करना।
वाक्य में प्रयोग:-आज नौकरी पाने के लिए सिफारिश से अयोग्य व्यक्ति का भी चयन हो जाता
23.अक्ल का अंधा होना = महामूर्ख
वाक्य में प्रयोग:-वाह ! क्या अंधेर खाता है। समझदार व्यक्ति भी कभी-कभी अहंकार के वशीभूत होकर गलत आचरण कर अक्ल के अंधे हो जाते है।
24. अक्ल के घोड़े दौड़ाना = केवल कल्पनाएं करते रहना।
वाक्य में प्रयोग:-अक्ल के घोड़े रहने से कुछ नहीं होगा, जमकर मेहनत करनी होगी तभी सफलता मिलेगी।
25. अक्ल चकराना = समझ में न आना।
वाक्य में प्रयोग:-उग्रवादियों द्वारा सैकड़ों नागरिकों की मुंबई में बम-विस्फोट व हत्या का समाचार सुनकर सरकार की अक्ल ही चकरा गई।
26. अगर-मगर करना = बहाना बनाना।
वाक्य में प्रयोग:-आपको मेरी लड़की के विवाह में आना ह होगा, अगर-मगर करने से काम नहीं चलेगा।
27. अगस्त्य का समुद्र पान = असंभव कार्य करना।
वाक्य में प्रयोग:-भारत में भ्रष्टाचार पर अंकुश पाना अगस्त्य के समुद्र पान जैसा है।
28. अग्नि परीक्षा = कठिन, कठोर जाँच।
वाक्य में प्रयोग:-कलियुग में सच्चे व्यक्ति को जीवन में अनेक बार अग्नि परीक्षा से गुजरना पड़ता है।
29.अचार बनाना = बहुत मारना।
वाक्य में प्रयोग:-लड़कियों के साथ अभद्रता एवं छीना-झपटी करने पर वहाँ के लोगों ने अराजक तत्त्वों को पकड़ कर उनका अचार बना दिया।
30. अच्छे घर बयाना देना = अपने से अधिक सामर्थ्यवान (बलवान) से दुस्मनी मोत लेना।
वाक्य में प्रयोग:-आजकल के छुटभैया राजनेता भी अच्छे घर बयाना देने से बाज़ नहीं आते।
31. अठखेलियां मना = हंसी-मज़ाक करना, गंभीर न होना।
वाक्य में प्रयोग:-मुझे विषम परिस्थितियों में देखकर भी तुम्हें अठखेलियाँ सूझ रही हैं।
32. अडियल टट्टू = ज़िद्दी।
वाक्य में प्रयोग:-हमें मालूम है वह चुनाव में हारेगा, किंतु वह अड़ियल टट्टू है, अगर खड़ा हो गया तो हर्गिज नहीं बैठेगा।
33. अंडा फूट जाना = भंडा फूटना /भेद खुल जाना।
वाक्य में प्रयोग:-झूठ का एक न एक दिन अंडा फूट ही जाता है।
34. अंडे का शहज़ादा = अनुभवहीन।
वाक्य में प्रयोग:-प्रत्येक व्यक्ति धीर-धीरे अनुभव प्राप्त कर होता है, पहले तो वह अंडे का शहज़ादा ही रहता है।
35. अंत पाना = रहस्य जानना।
वाक्य में प्रयोग:-ईश्वर की लीला का अंत पाना कठिन है।
36. अंधा बनना = जानबूझकर अनभिज्ञ बनना।
वाक्य में प्रयोग:-सही राय देने पर भी कोई नहीं माने हो यही कहा जाएगा भाई, तुम्हारी मर्जी है, तुम जान बूझकर अंधे बन रहे हो।
37. अंधा होना = विवेकहीन होना।
वाक्य में प्रयोग:-धन एवं पुत्र मोह होता ही ऐसा है कि प्रायः हर उस में अंधा हो जाता है।
38. अन्न-जल उठना = एक स्थान पर रहने का संबंध टूट जाना।
वाक्य में प्रयोग:-नौकरी में जयपुर ज्यों ही बाड़मेर तबादला हुआ मेरा तो जयपुर से अन्न-जल ही उठ गया।
39. अपना अपना है, पराया पराया = अपने-पराये का ज्ञान होना।
वाक्य में प्रयोग:-संकटकाल में अपने निकट के लोग ही साथ देते हैं, इसी से सिद्ध होता है कि अपना अपना है, पराया ।
40. अपना उल्लू सीधा करना = अपना स्वार्थ पूरा करना।
वाक्य में प्रयोग:-आज के जनप्रतिनिधि में नहीं सोच रहे राजनीति के माध्यम से सब अपना-अपना उल्लू सीधा करने में हुए हैं।
41. अपना रख पराया चख = अपना बचाकर दूसरों का हड़पने की प्रवृत्ति रखना।
वाक्य में प्रयोग:-कुछ लोग दूसरों को देना नहीं चाहते लेकिन दूसरों से लेना ज़रूर चाहते हैं उनकी तो हमेशा यही मनोवृत्ति रहती है कि अपना रख पराया चख।
42. अपना राग अलापना = अपनी ही बातें करते रहना।
वाक्य में प्रयोग:-मैं तो उससे मदद मांगने गया . किंतु वह अपना ही राग अलापता रहा, मेरी तो उसने सुनी ही नहीं, अतः लौट आया ।
43. अपना ही जोतते रहना = दूसरे की न सुनना अपनी ही बात करते रहना।
वाक्य में प्रयोग:-अहंकारी व्यक्ति दूसरों की नहीं सुनता, अपना ही जोतता रहता है।
44. अपना सा मुँह लेकर रह जाना = असफल होने पर लज्जित होना।
वाक्य में प्रयोग:-महेश पढ़ाई को लेकर लापरवाह था और जब परीक्षा में अनुत्तीर्ण हुआ तो वह अपना सा मुँह लेकर रह गया।
45. अपनी खाल में मस्त रहना = अपने-आप में संतुष्ट रहना।
वाक्य में प्रयोग:-संतोषी व्यक्ति दीन- दुनिया से बेख़बर रहकर अपनी ही खाल में मस्त रहता है।
46. अपनी खिचड़ी अलग पकाना = अपनी बात सबसे अलग रखना।
वाक्य में प्रयोग:-जो लोग मिलजुलकर नहीं चलते, अपनी खिचड़ी अलग ही पकाते रहते हैं वे समाज में अलग- थलग पड़ जाते हैं।
47. अपनी गली में कुत्ता शेर = अपने इलाके (घर) में सब बलवान होते हैं।
वाक्य में प्रयोग:-मैं तुम्हारे यहाँ आया हूँ तो तुम मुझे यहाँ अपमानित कर सकते हो; ठीक है दोस्त, अपनी गली में तो कुत्ता भी शेर होता है।
48. अपने पैरों कुल्हाड़ी मारना = अपना नुकसान स्वयं ही करना।
वाक्य में प्रयोग:-डॉक्टर के कहने के बावजूद राकेश ने ज़र्दा नहीं छोड़ा और गले में कैंसर हो गया। इसमें किसी का दोष नहीं,उसने अपने पैरों कुल्हाड़ी मारी है।
49. अपने पैरों पर खड़ा होना = आत्मनिर्भर होना।
वाक्य में प्रयोग:-मैं अध्ययन पूर्ण करने के बाद अपनी जीविका उपार्जन कर आत्मनिर्भर होकर अपने पैरों पर खड़ा होना चाहता हूँ।
50. अपने मुँह मियाँ मिट्ठू बनना = अपनी बड़ाई आप करना।
वाक्य में प्रयोग:-जब देखो तब सुशील अपने अपने मुँह मियाँ मिट्ठू बना रहता है।
50+मुहावरे हिंदी में | हिंदी के प्रचलित मुहावरे
‘क’ वर्ण से शुरू होने वाले मुहावरे
कंधा लगाना = सहारा देना।
वाक्य में प्रयोग:-अगर छोटे भाई ने भी थोड़ा कंधा लगा दिया तो बड़े भाई की लड़की की शादी अच्छी तरह हो जाएगी।
कचूमर निकलना = अत्यधिक खर्च होना, बर्बाद होना
वाक्य में प्रयोग:-– पहले ही हाथ तंग था बीमारी के खर्च ने तो कचूमर ही निकाल दिया है।
कच्चा खा जाना / कच्चा चबा जाना = पूरी तरह नष्ट कर देने की धमकी देना
वाक्य में प्रयोग:-देखने में इतना भयानक लगता है कि वह किसी को भी कच्चा चबा जाएगा।
कच्चा चिट्ठा खोलना = किसी की कमज़ोरियों को विस्तार से बताना
वाक्य में प्रयोग:-– संसद में वह विपक्ष के नेता ने सबके सामने मंत्री जी का कच्चा चिट्ठा खोलकर रख दिया।
कड़ी आँख = नज़र
वाक्य में प्रयोग:-रखना या दृष्टि रखना (पूरी निगरानी रखना)- पुलिस की अपराधियों पर कड़ी आँख रहती है।
कतरब्योंत करना = खर्च में कमी करना।
वाक्य में प्रयोग:-महँगाई दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। जिसके कारण गृहणियाँ गृह खर्च में कतरब्योंत करने में लगी हैं।
कंधे से कंधा मिलाना = पूर्ण रूप से सहयोग देना।
वाक्य में प्रयोग:-समाज के विकास के लिए हम सभी व्यक्तियों को चाहिए कि वे एक-दूसरे के कार्य में कंधे से कंधा मिलाकर जुटें।
कफ़न को कौड़ी न रखना = अपव्ययी होना।
वाक्य में प्रयोग:-खर्च करो लेकिन इतने अपव्ययी भी मत बनो कि कफ़न को कौड़ी भी न रहे।
कफ़न सिर पर बाँधना = मरने के लिए तैयार रहना
वाक्य में प्रयोग:-एक सच्चा सैनिक देश की रक्षा के लिए सदैव अपने सर पर कफ़न बाँधे रहता है।
कमर कसना = तैयार होना।
वाक्य में प्रयोग:-गंगोत्री की यात्रा कठिन थी, पहाड़ पर चढ़ना था किंतु कमर कस ली और चल पड़े।
कमर टूटना = कमज़ोर पड़ जाना
वाक्य में प्रयोग:-दोनों भाई अच्छी-खासी दुकान चला रहे थे। बड़े भाई के गुज़रने के बाद छोटे की तो कमर ही टूट गई। कभी अकेले से भी दुकान चलती है क्या!
कमान से तीर निकल जाना = अवसर चूक जाना
वाक्य में प्रयोग:-मकान बेचने के बाद उसको हुआ कि उसने दाम कम माँगे थे, पर तब तक तीर कमान से निकल चुका था।
कलई खुलना = किसी की गलत बात का पता लगना।
वाक्य में प्रयोग:-उसकी कलई खुल गई और सबको पता चल गया कि वह तस्करी करने के लिए ही यहाँ रह रहा था।
कलेजा थामना = भय या आशंका से स्तंभित रह जाना।
वाक्य में प्रयोग:-इस बार सभी उम्मीदवार विधानसभा के चुनावों के नतीजों को कलेजा थामकर देख रहे थे।
कलेजा धक् से रह जाना = डर जाना
वाक्य में प्रयोग:-अँधेरे में सड़क पर पड़ी रस्सी को सांध समझकर मेरा कलेजा धक् से रह गया।
कलेजा मुँह को आना = घबरा जाना
वाक्य में प्रयोग:-पिता जी के दिल का दौरा पड़ने का समाचार सुनकर उसका तो कलेजा मुँह को आ गया।
कलेजे का टुकड़ा = बहुत प्यारा।
वाक्य में प्रयोग:-हर माता-पिता की संतान उसके लिए कलेजे का होती है।
कलेजे पर पत्थर रखना = धैर्य धारण करना।
वाक्य में प्रयोग:-कम उम्र में बेटे की मौत हो गई लेकिन अब कलेजे पर पत्थर रखने के अलावा और बचा ही क्या है।
कलेजे पर साँप लोटना = ईर्ष्या से हृदय जलना।
वाक्य में प्रयोग:-मेरी प्रगति देखकर मेरे पड़ोसी के कलेजे पर साँप लोटने लगता है।
कहाँ राजा भोज, कहाँ गंगू तेली = हैसियत में अंतर होना।
वाक्य में प्रयोग:-आज के छुटभैया राजनीतिज्ञों की तुलना गाँधी और पटेल से नहीं की जा सकती क्योंकि कहाँ राजा भोज और कहाँ गंगू तेली।
काँटों पर पाँव रखना = जानबूझ कर मुसीबत मोल लेना।
वाक्य में प्रयोग:-वर्षा हो रही है, नदी मत पार करो, क्यों काँटों पर पाँव रख रहे हो!
कागजी घोड़े दौड़ाना = हवाई बातें करना।
वाक्य में प्रयोग:-नौकरी चाहिए तो पहले पढ़ाई पूरी करो। यों ही घर पर निठल्ले बैठकर कागजी घोड़े दौड़ाने से कोई बात नहीं बननेवाली।
काटो तो खून नहीं = अत्यंत भयभीत होना
वाक्य में प्रयोग:-अपने सामने क़त्ल होते देखते ही मेरी स्थिति ऐसी हो गई जैसे काटो तो खून नहीं।
काठ का उल्लू = निपट मूर्ख
वाक्य में प्रयोग:-रवि को कितना भी समझाओ वो नहीं समझेगा क्योंकि बो काठ का उल्लू ही है।
काठ मार जाना = हतप्रभ रह जाना
वाक्य में प्रयोग:-पवन ने खूब मेहनत की थी फिर भी खराब रिजल्ट देखकर तो उसे काठ ही मार गया, न हिला, न डुला।
कान खड़े होना = चौकन्ना होना।
वाक्य में प्रयोग:-बेटे को चोरी करते देखकर भविष्य के लिए माँ- बाप के कान खड़े हो गए।
कान पर जूँ नहीं रेंगना = परवाह नहीं करना, किसी की बात का असर ही न होना।
वाक्य में प्रयोग:-आजकल के बच्चे दिनभर कम्प्यूटर पर गेम खेलते हैं कितना भी टोको उनके कान पर ज तक नहीं रेंगती।
खून सफेद हो जाना = दया भाव न रहना।
वाक्य में प्रयोग:-क्या सभी का खून सफेद हो गया था उस लड़की की बेइज़्ज़ती होते देखते रहे !
ख्याली पुलाव पकाना = व्यर्थ की कल्पनाएं करना
वाक्य में प्रयोग:-नहीं तो खयाली पुलाव पकाने से कोई फायदा नहीं। – या तो कोई ठोस काम करो
‘ग’ वर्ण से शुरू होने वाले मुहावरे
गंगा नहाना = कोई अच्छा किंतु कठिन काम पूरा करना
वाक्य में प्रयोग:-बेटी की शादी करके तो माता-पिता गंगा नहा लिए और निश्चिंत हो गए।
गांध तक न आना = गुप्त रखना।
वाक्य में प्रयोग:-रिश्वतखोर इस तरह से रिश्वत लेने के नए रास्ते निकाल लेते हैं कि किसी को गंध तक नहीं आ पाती।
गड्ढे में गिरना = पतित होना।
वाक्य में प्रयोग:-सच्चाई एवं ईमानदारी के पथ पर चलकर, हमें स्वयं को गड्ढे में गिरने से बचाना चाहिए।
गड़े मुर्दे उखाड़ना = पिछले विवादास्पद मसलों को फिर से उठाना।
वाक्य में प्रयोग:-अगर भविष्य में प्रेमपूर्वक रहना है तो गड़े मुर्दे उखाड़ने से कोई लाभ नहीं।
गढ़ जीतना = कठिन सफलता प्राप्त करना।
वाक्य में प्रयोग:-बीस साल से जो किराएदार दुकान खाली नहीं कर रहा था उसने किरायेदार से दुकान क्या खाली करवाई बस गढ़ जीत लिया।
गरदन पर छुरी फेरना = किसी को नष्ट करने का कार्य करना।
वाक्य में प्रयोग:-मेरा व्यापार ठीक नहीं चल रहा कर्जदाता मेरी गरदन पर छुरी फेर रहा है।
गले का हार = बहुत प्रिय
वाक्य में प्रयोग:-नई बहू न केवल सबका सम्मान करती है बल्कि सबकी मदद भी करती है, इसीलिए वह सबके गले का हार बनी हुई है।
गले पड़ना = अनिच्छा से किसी से संपर्क रखना, दायित्व डालना
वाक्य में प्रयोग:-मैंने मोहन को एक पाठ क्या पढ़ा दिया वो तो मेरे गले ही पड़ गया।
गले पड़ा ढोल बजाना = सिर पर पड़ी ज़िम्मेदारी को मजबूरी में करना।
वाक्य में प्रयोग:-मेरे न हुए भी मेरी पत्नी ने व्रत के उद्यापन का कार्यक्रम बना लिया है, बहरहाल अब तो चाहते गले पड़ा ढोल बजाना ही पड़ेगा।
गले मढ़ना = इच्छा के विरुद्ध
वाक्य में प्रयोग:-जब वह लड़की तुम्हें पसंद ही नहीं करती तब अपने-आपको उसके गले क्यों मढ़ते हो।
गहरा हाथ मारना = अवांछित रूप में बहुत प्राप्त कर लेना
वाक्य में प्रयोग:-भतीजे ने झूठी वसीयत द्वारा अपने चाचा की संपत्ति पर गहरा हाथ मारा है।
गाँठ पड़ना = द्वेष का स्थायी हो जाना
वाक्य में प्रयोग:- शादी में दहेज के लेन-देन पर ऐसा विवाद उठा कि संबंध तो क्या बना उलटा संबंधियों के मनों में गाँठ और पड़ गई। मेहनत किए बगैर व्यक्ति का विकास।
गाँठ बाँधना = स्थायी रूप से याद रखना
वाक्य में प्रयोग:- संभव नहीं, मेरी इस बात को गाँठ बाँध लो ।
शरीर के अंग सम्बन्धित हिंदी मुहावरे
अंगूठे से सम्बंधित मुहावरे
1. अंगूठा चूमना = चापलूसी करना।
2. अंगूठा दिखाना = जरूरत पड़ने पर सहायता नहीं करना।
3. अंगूठी का नगिना = प्रिय लगना।
4. अंगुलियों पर नचाना = वश में करना।
आंखों से सम्बंधित मुहावरे
5. ऑख का कांटा होना = खटकना।
6. आंख का काजल चुराना = सफाई से चोरी करना।
7. आंख का पानी गिर जाना = बेशर्म हो जाना।
8. आंख की किरकिरी = बुरा लगना।
9. आंख दिखाना = डराना।
10. आंख न मिलाना = लज्जित होना।
11. आंख निकालना = कुपित दृष्टि से देखना।
12. आंखों का तारा = बहुत प्रिय।
13. आंखों में खून उतरना = गुस्से में आंखें लाल होना।
गले सम्बन्धित हिंदी मुहावरे
1. गरदन पर छुरी फेरना = किसी को नष्ट करने का कार्य करना।
2. गले का हार = बहुत प्रिय।
3. गले पड़ना = दायित्व डालना।
4. गले पड़ा ढोल बजाना = सिर पर पड़ी जिम्मेदारी को मजबूती में करना।
5. गले मढ़ना = इच्छा के विरुद्ध।
दांतों से सम्बंधित मुहावरे
1. दांत काटी रोटी = आपस में अत्यधिक घनिष्ठता।
2. दांत खट्टे करना = पराजित करना।
3. दांतों तले उंगली दबाना = आश्चर्य चकित होना।
हाथों से सम्बंधित मुहावरे
1. हाथ कट जाना = किसी संकट से बचने के लिए मार्ग बंद कर देना।
2. हाथ के तोते उड़ना = अचानक घबरा जाना।
3. हाथ को हाथ न सूझना = घना अंधेरा होना।
4. हाथ खींचना = सहायता करना बंद कर देना।
5. हाथ डालना = किसी काम में दखल करना।
6. हाथ धोकर पीछे पड़ना = किसी को नुक्सान पहुंचाने के लिए तैयार होना।
7. हाथ पसारना = किसी से कुछ मांगना।
8. हाथ पीले करना = लड़की का विवाह करना।
9. हाथ बंटाना = मदद करना।
10. हाथ मलना = पछताना।
11. हाथ साफ करना = चोरी करना।
12. हाथ धो बैठना = किसी व्यक्ति या वस्तु को खो देना।
13. हाथों हाथ करना = देखभाल के साथ रखना।