चर् के धातु रूप – Char Ke Dhatu Roop in Sanskrit, all lakar
इस पोस्ट में Char Ke Dhatu Roop all Lakar में दिए गए हैं, Dhata (क्रिया) दो प्रकार की होती है 1 परस्मैपदी और आत्मनेपदी इन दोनों के रूप अलग अलग चलते हैं। काल और अवस्था को संस्कृत भाषा में लकार – Lakar कहते हैं। यहां पांचों लकार में चर् (विचरण करना) धातु के रूप (Char Dhatu ke Roop Sanskrit Main ) दिए हैं। जो इन प्रकार नीचे दिए गए हैं
चर् धातु रुप लट् लकार
पुरुष: | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
प्रथमपुरुष: | चरति | चरत: | चरन्ति |
मध्यमपुरुष: | चरसि | चरथ: | चरथ |
उत्तमपुरुष: | चरामि | चराव: | चराम: |
चर् धातु रुप लृट्लकार
पुरुष: | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
प्रथमपुरुष: | चरिष्यति | चरिष्यत: | चरिष्यन्ति |
मध्यमपुरुष: | चरिष्यसि | चरिष्यथ: | चरिष्यथ |
उत्तमपुरुष: | चरिष्यामि | चरिष्याव: | चरिष्याम: |
चर् धातु रुप लड़् लकार
पुरुष: | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
प्रथमपुरुष: | अचरत् | अचरताम् | अचरन् |
मध्यमपुरुष: | अचर: | अचरतम् | अचरत |
उत्तमपुरुष: | अचरम् | अचराव | अचराम |
चर् धातु रुप लोट् लकार
पुरुष: | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
प्रथमपुरुष: | चरन्तु | चरताम् | चरन्तु |
मध्यमपुरुष: | चर | चरतम् | चरत |
उत्तमपुरुष: | चराणि | चराव | चराम |