रक्षाबंधन पर संस्कृत में चित्रवर्णम् | Chitravarnam on Rakshabandhan
आज हम इस ब्लॉग पोस्ट में रक्षाबंधन पर संस्कृत में चित्रवर्णम् को पढ़ेंगे। चित्र को देखकर मंजूषा में से एक एक पद को चुनकर संस्कृत वाक्य निर्माण करना सीखेंगे। रक्षाबंधन (Chitravarnam on Rakshabandhan in Sanskrit) भाई बहिन का पवित्र त्यौहार है।
प्रेम्णः, रक्षाबन्धनं, दिवसः, पूर्णिमायां, भ्रातुः, प्रतिवर्ष, भगिनी, हस्ते, भवति, भ्राता, उपहारं, रक्षासूत्रम् ।

(i) इदं चित्रं रक्षा-बन्धनोत्सवस्य वर्तते ।
(ii) रक्षाबन्धनं प्रतिवर्षं श्रावणमासस्य पूर्णिमायां भवति ।
(iii) अस्मिन् दिवसे भगिनी भ्रातुः हस्ते रक्षासूत्रं बध्नाति ।
(iv) भ्राता भगिन्यै उपहारं ददाति ।
(v) रक्षाबन्धनं भ्रातृभगिन्योः प्रेम्ण: दिवसः वर्तते ।
हिंदी अनुवाद
(i) यह तस्वीर रक्षाबंधन उत्सव की है।
(ii) रक्षा बंधन हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है।
(iii) इस दिन बहन अपने भाई के हाथ पर रक्षा सूत्र बांधती है।
(iv) भाई बहन को उपहार देता है।
(v) रक्षाबंधन भाई-बहन के बीच प्यार का दिन है।