अयोध्या में 22 जनवरी रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा आज की जाएगी । जिसको लेकर पुरे विश्व में भी उत्साह बना हुआ है। हर भारतीय रामलला के स्वागत में तन तना से तैयार हो रहा है। इस कार्यक्रम को और भी रोमांचक बनाने के लिए उत्तर प्रदेश के अयोध्या में ही नहीं बल्कि देशभर के बड़े शहरों गांवों गलियों दूल्हा दुल्हन की सजाई गई हैं। रामलला की मूर्ति में प्राण प्रतिष्ठा के मुहूर्त को लेकर अलग-अलग मत ज्योतिषियों के आ रहे हैं। रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा मुहूर्त में केवल 4 सेकेंड के मुहूर्त को सबसे खास बताया। इस मुहूर्त को लेकर ज्योतिषी और भी बहुत कुछ कहते हैं। इस मुहूर्त का संयोग कई सालों बाद आता है तो आइए जानते हैं विस्तार से, रामलला मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा मुहूर्त को लेकर ज्योतिषी के प्राचीन ग्रंथ क्या कहते हैं।
रामलला मूर्ति में प्राण प्रतिष्ठा जरूरी क्यों है
जो जगत को नियंता अर्थात साक्षात् ईश्वर हैं उनकी मूर्ति में आखिर प्राण प्रतिष्ठा की जरूरत क्या पड़ती है। यह भी विचारणीय है कि हम मनुष्यों में ऐसी क्षमता और सामर्थ्य कहां है जो ईश्वर की प्रतिमा में प्राण प्रतिष्ठा दे पाएं। लेकिन ईश्वरीय प्रेरणा से ही हमारे धार्मिक शास्त्रों में प्राण प्रतिष्ठा का विधान बना हुआ है। इस विधान के अनुसार ही हम अपने ईश्वर की प्रतिमा को अपने जैसा प्राणवान बनाना चाहते हैं, उनसे हम अभिन्न संबंध स्थापित कर सकें। उनके अति निकट होना चाहते है। भगवान को हम अपने साथ अपने ही लोक में रखना चाहते हैं, उनके स्पंदन से स्वयं स्पंदित होना चाहते हैं। इसलिए ही मूर्ति की स्थापना में स्वयं द्वारा निर्मित मूर्ति में प्राण की प्रतिष्ठा दी जाती है।
रामलला मू्र्ति की प्राण प्रतिष्ठा मुहूर्त
धार्मिक हिंदू पंचांग एवं अन्य शास्त्रों को ध्यान में रखते हुए रामलला की मूर्ति को प्राण प्रतिष्ठा देने के लिए 22 जनवरी’ 2024 पौस माह के द्वादशी तिथि को अभिजीत मुहूर्त, इंद्र योग, मृगशिरा नक्षत्र, मेष लग्न एवं वृश्चिक नवांश को चुना गया है। जो दिन के 12 बजकर 29 मिनट और 08 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट और 32 सेकंड तक है जो केवल 84 सेकंड का समय होगा। इसी समय में प्रभु श्रीराम की मूर्ति को प्राण प्रतिष्ठा दी जाएगी।
रामलला मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा में नवांश कुंडली का विचार
निर्धारित मुहूर्त के अनुसार बनने वाली नवांश कुंडली में लग्न में वृश्चिक राशि है। जो एक स्थिर राशि है। लेकिन लग्न कुंडली का अष्टम भाव नवांश लग्न का निर्माण कर रहा है। अष्टम भाव का नवांश कुंडली का लग्न बनना भविष्य में आक्रामक षड्यंत्र का संकेत दे रहा हैं। राम लल्ला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 84 सेकंड का समय इस समय खूब चर्चा में हैं । लेकिन ज्योतिषशास्त्र के अनुसार इस में तो काल गणना के अनुसार 4 सेकंड का एक प्राण होता है। अब देखना दिलचस्प होगा कि 84 सेकंड में से वह ऐसा कौन सा 4 सेकंड का समय होगा । जब रामलल्ला की मूर्ति में प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। प्राण प्रतिष्ठा के लिए आवश्यक विधि विधान की शुरुआत तो पहले से हो जाएगी पर यह चार सेकंड ऐसे होंगे जब शिव संकल्प सहित अभिमंत्रित अक्षत डाला जाएगा।
राम लल्ला की प्राण प्रतिष्ठा के समय मंदिर के गर्भ ग्रह में कौन कौन जाएंगे
आज ही के दिन के 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकण्ड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकण्ड के समय में ही भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इस शुभ मुहूर्त में मंदिर के गर्भ ग्रह में 5 व्यक्ति उपस्थित होंगे इनकी के हाथों मूर्ति को स्थापित किया जाएगा। ये पांच व्यक्ति यह होंगे , जाने इनके नाम PM नरेंद्र मोदी, आरएसएस मोहन भागवत, CM योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल उत्तर प्रदेश, मुख्य पुजारी जो राम लल्ला की बाल स्वरूप मूर्ति की स्थापना करेंगे।
यह भी पढ़ें :- राम लल्ला की प्रसाद नमस्तोजी मशीन से मिलेगी।