Dhav Dhatu Roop Sanskrit Vyakaran || धाव् धातु रुप
इस पोस्ट में धाव् धातु रुप संस्कृत में दिए गए हैं, धातु (क्रिया) दो प्रकार की होती है 1 परस्मैपदी और आत्मनेपदी इन दोनों के रूप अलग अलग चलते हैं। काल और अवस्था को संस्कृत भाषा में लकार कहते हैं। यहां पांचों लकार में धाव् धातु रुप (Dhav Dhatu Roop Sanskrit Main) दिए हैं। जो इन प्रकार नीचे दिए गए हैं