एनसीईआरटी कक्षा 12 के छात्रों के लिए व्याष्टि अर्थशास्त्र और समष्टि अर्थशास्त्र के लिए पुस्तकों का परिचय:
व्याष्टि अर्थशास्त्र एक परिचय:
यह पुस्तक एनसीईआरटी द्वारा विकसित की गई है और कक्षा 12 के छात्रों के लिए व्याष्टि अर्थशास्त्र का मुख्य पाठ्यक्रम है। इसमें विभिन्न अर्थशास्त्रीय सिद्धांतों, नीतियों और विकास के अध्ययन के लिए एक संक्षेप्त और सुलभ अध्ययन सामग्री प्रदान की गई है।
इस पुस्तक में अर्थशास्त्र के प्रमुख विषयों पर विस्तृत विचार, उदाहरण, चित्रण और संबंधित अभ्यास प्रश्नों का समावेश है। छात्रों को यह पुस्तक आर्थिक मुद्दों को समझने और अध्ययन करने में सहायक है, जो उनके भविष्य में उपयोगी होंगे।
समष्टि अर्थशास्त्र एक परिचय:
यह पुस्तक भी एनसीईआरटी द्वारा तैयार की गई है और कक्षा 12 के छात्रों के लिए समष्टि अर्थशास्त्र का मुख्य पाठ्यक्रम है। इस पुस्तक में आर्थिक प्रणाली, राष्ट्रीय आय, राष्ट्रीय आय का वितरण, विभिन्न क्षेत्रों में उत्पादन, राजकोषीय नीतियां, और सामाजिक-आर्थिक मुद्दे पर विचार विमर्श किया गया है।
इस पुस्तक में विभिन्न आर्थिक गतिविधियों, राजकोषीय नीतियों, और समाजिक उद्दीपनाओं का विश्लेषण किया गया है, जो छात्रों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकास के मुद्दों को समझने में सहायक है।
यह पुस्तक छात्रों को व्यावहारिक उदाहरणों, मॉडल प्रश्नों, और अभ्यास सामग्री के साथ भरी हुई है, जो उनके आर्थिक अध्ययन को सरल और रूचिकर बनाते हैं।
यह दोनों पुस्तकें छात्रों को बुद्धिमानी से अध्ययन करने और उन्हें अपने भविष्य में सफलता प्राप्त करने के लिए तैयार करने में मदद करती हैं।
उत्तर: व्याष्टि अर्थशास्त्र और समष्टि अर्थशास्त्र दोनों ही अर्थशास्त्र के अलग-अलग क्षेत्रों को समझने में मदद करते हैं। व्याष्टि अर्थशास्त्र व्यक्ति के स्तर पर आर्थिक गतिविधियों का अध्ययन करता है जैसे कि उत्पादन, खर्च, निवेश और व्यय आदि। इसके विपरीत, समष्टि अर्थशास्त्र राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आर्थिक प्रणाली, राजकोषीय नीतियों, और विभिन्न समाजिक-आर्थिक मुद्दों का विश्लेषण करता है।
उत्तर: अर्थशास्त्र में कुछ मूल सिद्धांत हैं, जो इसके निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कुछ प्रमुख मूल सिद्धांत निम्नलिखित हैं:
आपूर्ति और मांग: यह सिद्धांत आर्थिक वस्तुओं के आपूर्ति और मांग के अनुसार उत्पन्न होने वाले बदलाव को समझने पर जोर देता है।
उत्पादकता: इस सिद्धांत के अनुसार उत्पादन के प्रक्रिया और कारणों का अध्ययन होता है, जो संसाधनों के सही उपयोग और उत्पादन के प्रति प्रेरित करता है।
संसाधन विभाजन: इस सिद्धांत के अनुसार विभिन्न संसाधनों का उपयोग और उनका वितरण करने का तरीका पर जोर दिया जाता है।
नीतियां और योजनाएं: इस सिद्धांत के अनुसार सरकारों द्वारा बनाई जाने वाली नीतियों और योजनाओं का अध्ययन किया जाता है, जो आर्थिक समस्याओं को सुलझाने में मदद करते हैं।
उत्तर: भारत में व्याष्टि अर्थशास्त्र के प्रमुख शिक्षणीय संस्थानों में से कुछ नाम निम्नलिखित हैं: दिल्ली विश्वविद्यालय, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, मुंबई विश्वविद्यालय, कोलकाता विश्वविद्यालय, चेन्नई विश्वविद्यालय, आदि। इन संस्थानों के पुस्तकालयों में व्याष्टि अर्थशास्त्र से सम्बंधित विभिन्न पुस्तकें और अध्ययन सामग्री उपलब्ध होती है।
उत्तर: समष्टि अर्थशास्त्र एक विशाल और गंभीर विषय है, जिसमें निरंतर अनुसंधान और विकास होते रहते हैं। वैज्ञानिक और अनुसंधान संस्थानों द्वारा आर्थिक प्रणाली, विकास, और राजकोषीय नीतियों पर नवीनतम अनुसंधान किया जाता है। इससे आर्थिक विकास के लिए नए और सुसंगत उपाय और नीतियां बनाने में मदद मिलती हैं और सामाजिक-आर्थिक समस्याओं का समाधान हो सकता है।
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