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Reading: Sanskrit Class 7th Chapter 11 अमृतं संस्कृतम् हिंदी अनुवाद
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Sanskrit Class 7th Chapter 11 अमृतं संस्कृतम् हिंदी अनुवाद

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NCERT Solutions for Class 7th Sanskrit Chapter 11 अमृतं संस्कृतम् Hindi Translation & English Translation

इस पोस्ट में हमने Sanskrit Class 7th Chapter 11 अमृतं संस्कृतम् हिंदी अनुवाद में हमने सम्पूर्ण अभ्यास प्रश्न को सरल भाषा में लिखा गया है। हमने Sanskrit Class 7th Ruchira Chapter 11 अमृतं संस्कृतम् के Questions and Answer बताएं है। इसमें NCERT Class 7th Sanskrit Chapter 11 Notes लिखें है जो इसके नीचे दिए गए हैं।

1.Class 7th All Subjects Solution
2.Class 7th Sanskrit Solution
3.Class 7th Hindi Solution
4.Class 7th English Solution
5.Class 7th Science Solution
6.Class 7th Maths Solution
7.Class 7th Social science Solution
अमृतं संस्कृतम्
NCERT solutions for Class 7th Sanskrit Chapter 11 अमृतं संस्कृतम्

विश्वस्य उपलब्धासु भाषासु संस्कृतभाषा प्राचीनतमा भाषास्ति । भाषेयं अनेकाषां भाषाणां जननी मता । प्राचीनयोः ज्ञानविज्ञानयो: निधिः अस्यां सुरक्षितः । संस्कृतस्य महत्त्वविषये केनापि कथितम्- ‘भारतस्य प्रतिष्ठे द्वे संस्कृतं संस्कृतिस्तथा’ ।

हिंदी अनुवाद  संस्कृत भाषा सबसे अधिक पुरानी भाषा है। यह भाषा अनेक भाषाओं को जन्म देने वाली माँ मानी गई है। प्राचीन (पुराने) ज्ञान-विज्ञान का खजाना (भंडार) इसमें सुरक्षित है । संस्कृत के महत्त्व (महानता) के विषय में किसी ने कहा भी है ‘भारत की दो प्रतिष्ठाएँ हैं, संस्कृत तथा संस्कृति । “

English Translation: Sanskrit language is the oldest language. This language is considered to be the mother of many languages. The treasure trove of ancient knowledge and science is preserved in it. Has anyone said anything about the importance (greatness) of Sanskrit?’India has two esteems, Sanskrit and culture. ,

इयं भाषा अतीव वैज्ञानिकी । केचन कथयन्ति यत् संस्कृतमेव सङ्गणकस्य कृते सर्वोत्तमा भाषा। अस्याः वाङ्मयं वेदैः, पुराणैः, नीतिशास्त्रैः चिकित्साशास्त्रादिभिश्च समृद्धमस्ति । कालिदासादीनां विश्वकवीनां काव्यसौन्दर्यम् अनुपमम्। कौटिल्यरचितम् अर्थशास्त्रं जगति प्रसिद्धमस्ति । गणितशास्त्रे शून्यस्य प्रतिपादनं सर्वप्रथमम् आर्यभटः अकरोत् । चिकित्साशास्त्रे चरकसुश्रुतयोः योगदानं विश्वप्रसिद्धम् । संस्कृते यानि अन्यानि शास्त्राणि विद्यन्ते तेषु वास्तुशास्त्रं, रसायनशास्त्र, खगोलविज्ञानं, ज्योतिषशास्त्रं, विमानशास्त्रम् इत्यादीनि उल्लेखनीयानि ।

हिन्दी अनुवाद – यह भाषा अत्यन्त वैज्ञानिक है। कुछ (लोग) कहते हैं कि संस्कृत ही कम्प्यूटर के लिए सबसे श्रेष्ठ भाषा है । इसका साहित्य वेद, पुराण, नीतिशास्त्र और चिकित्सा शास्त्र आदि से समृद्ध (सम्पन्न) है। कालिदास आदि विश्व कवियों का काव्यसौन्दर्य अनुपम (अनोखा) है। कौटिल्य (चाणक्य) द्वारा रचित (लिखा हुआ) अर्थशास्त्र (राजनीति ग्रन्थ) संसार में प्रसिद्ध है। गणितशास्त्र में शून्य का प्रतिपादन सबसे पहले आर्यभट्ट ने किया। चिकित्सा शास्त्र में चरक और सुश्रुत का योगदान प्रसिद्ध है। संस्कृत में जो अन्य शास्त्र मौजूद हैं उनमें वास्तुशास्त्र, रसायनशास्त्र, खगोल विज्ञान, ज्योतिषशास्त्र, विमानशास्त्र इत्यादि उल्लेखनीय हैं।

English Translation – This language is very scientific. Some people say that Sanskrit is the best language for computers. Its literature is rich with Vedas, Puranas, ethics and medical science etc. The poetic beauty of world poets like Kalidas is unique. The Arthashastra (political book) written by Kautilya (Chanakya) is famous in the world. Aryabhata was the first to propound zero in mathematics. The contribution of Charak and Sushruta in medical science is famous. Among the other scriptures present in Sanskrit, Vastushastra, Chemistry, Astronomy, Astrology, Aeronautics etc. are notable.

संस्कृते विद्यमानाः सूक्तयः अभ्युदयाय प्रेरयन्ति, यथा- सत्यमेव जयते, वसुधैव कुटुम्बकम्, विद्ययाऽमृतमश्नुते, योगः कर्मसु कौशलम् इत्यादयः । सर्वभूतेषु आत्मवत् व्यवहारं कर्तुं संस्कृतभाषा सम्यक् शिक्षयति ।

हिन्दी अनुवाद-संस्कृत में विद्यमान सूक्तियाँ उन्नति के लिए प्रेरित करती हैं । जैसे- सत्य की ही विजय होती है, (सारी) धरती ही परिवार है, विद्या से अमरता प्राप्त होती है, कर्मों में कौशल (कुशलता) प्राप्त करना ही योग है आदि । सभी प्राणियों में अपने समान व्यवहार करने के लिए संस्कृत भाषा सम्यक् (अच्छी तरह) शिक्षा देती (सिखाती) है ।

English Translation nslation-The existing aphorisms in Sanskrit inspire progress. For example, only truth prevails, (the whole) earth is a family, immortality is achieved through knowledge, attaining skill in deeds is yoga etc. Sanskrit language teaches us the right way to treat all living beings equally.

केचन कथयन्ति यत् संस्कृतभाषायां केवलं धार्मिकं साहित्यम् वर्तते – एषा धारणा समीचीना नास्ति । संस्कृतग्रन्थेषु मानवजीवनाय विविधाः विषयाः समाविष्टाः सन्ति । महापुरुषाणां मतिः, उत्तमजनानां धृतिः सामान्यजनानां जीवनपद्धतिः च वर्णिताः सन्ति । अतः अस्माभिः संस्कृतम् अवश्यमेव पठनीयम् । तेन मनुष्यस्य समाजस्य च परिष्कारः भवेत् । उक्तञ्च-अमृतं संस्कृतं मित्र ! सरसं सरलं वचः । भाषासु महनीयं यद् ज्ञानविज्ञानपोषकम् ।।

हिन्दी अनुवाद-कुछ (लोग) कहते हैं कि संस्कृत भाषा में केवल धार्मिक साहित्य (ही) है- यह धारणा उचित नहीं है। संस्कृत ग्रंथों में मानव जीवन के लिए विविध विषयों का समावेश हुआ है । महापुरुषों के विचार, उत्तम लोगों का धैर्य और जनसामान्य के जीवन के मार्ग वर्णित हैं । अतः हमें संस्कृत अवश्य पढ़नी चाहिए। जिससे कि मानव का और समाज का सुधार (परिमार्जन) हो। और कहा भी गया है-मित्र ! संस्कृत अमृत (मयी) रस से परिपूर्ण (एवं) सरल (सीधी) वाणी है। जो भाषाओं में महान (तथा) ज्ञान-विज्ञान का पोषण करने वाली है ।

English Translation: Some people say that Sanskrit language has only religious literature – this assumption is not correct. Various subjects related to human life have been included in Sanskrit texts. The thoughts of great men, the patience of noble people and the ways of life of the common people are described. Therefore we must study Sanskrit. So that there can be improvement of humans and society. And it has also been said-

अभ्यास प्रश्न

  1. उच्चारणं कुरुत — (उच्चारण कीजिए – ) उपलब्धासु, सङ्गणकस्य, चिकित्साशास्त्रम्, वैशिष्ट्यम्, भूगोलशास्त्रम्, वाङ्मये, विद्यमानाः, अर्थशास्त्रम् ।
  2. प्रश्नानाम् एकपदेन उत्तराणि लिखत- (प्रश्नों के एक शब्द में उत्तर दीजिए- )

(क) का भाषा प्राचीनतमा ? (कौन-सी भाषा सबसे प्राचीन है ? )
उत्तर संस्कृतभाषा ।

(ख) शून्यस्य प्रतिपादनं कः अकरोत् ? (शून्य का प्रतिपादन किसने किया?)
उत्तर आर्यभट:।

(ग) कौटिल्येन रचितं शास्त्रं किम् ? (कौटिल्य द्वारा रचित शास्त्र क्या है ? )
उत्तर अर्थशास्त्रम्।

(घ) कस्याः भाषायाः काव्यसौन्दर्यम् अनुपमम् ? (किस भाषा का काव्य सौन्दर्य अनुपम है ? )
उत्तर संस्कृतभाषायाः।

(ङ) का: अभ्युदयाय प्रेरयन्ति ? (कौन उन्नति के लिए प्रेरित करती हैं ? )
उत्तर सूक्तयः।

  1. प्रश्नानाम् उत्तराणि एकवाक्येन लिखत- (प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में लिखिए ) –

(क) सङ्गणकस्य कृते सर्वोत्तमा भाषा का? (कम्प्यूटर के लिए सबसे उत्तम भाषा कौन-सी है ?)
उत्तरम् – सङ्गणकस्य कृते सर्वोत्तमा भाषा संस्कृतभाषा अस्ति

(ख) संस्कृतस्य वाङ्गमयं कैः समृद्धम् अस्ति ? (संस्कृत का साहित्य किनसे समृद्ध है ?)
उत्तरम् – संस्कृतस्य वाङ्मयं वेदैः पुराणैः, नीतिशास्त्रैः चिकित्साशास्त्रादिभिश्च समृद्धम् अस्ति ।

(ग) संस्कृतं किं शिक्षयति ? (संस्कृत क्या शिक्षा देती है ? )
उत्तरम् -संस्कृतं सर्वभूतेषु आत्मवत् व्यवहारं कर्त्तुं शिक्षयति ।

(घ) अस्माभिः संस्कृतं किमर्थम् पठनीयम् ? (हमें संस्कृत किस लिए पढ़नी चाहिए ? )
उत्तरम् – संस्कृतभाषायां महापुरुषाणां मतिः, उत्तमजनानां धृतिः, सामान्यजनानां जीवनपद्धतिः च वर्णिताः सन्ति । अतः अस्माभि संस्कृतम् अवश्यमेव पठनीयम् ।

  1. इकारान्त स्त्रीलिङ्गशब्दरूपम् अधिकृत्य रिक्तस्थानानि पूरयत (इकारान्त स्त्रीलिंग शब्द रूप के आधार पर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए – ) –

गति (प्रथमा) गति: गती गतयः
मति (प्रथमा) मति: मती मतय:
बुध्दि (द्वितीया)। बुद्धिम् बुद्धी बुद्धी
प्रीति (द्वितीया) प्रीतिम्। प्रीति। प्रीती:
नीति (तृतीया)। नीत्या। नीतिभ्याम् नीतिभि:
शान्ति (तृतीया) शान्त्या शान्तिभ्याम् शान्तिभि:
मति (चतुर्थी)। मत्यै मतिभ्याम्। मतिभ्य:
प्रकृति (चतुर्थी) प्रकृत्यै प्रकृतिभ्याम् प्रकृतिभ्य:
कीर्ति (पंचमी) कीर्ते: कीर्तिभ्याम्। कीर्तिभ्य:
गीति (पंचमी) गीत्ये: गीतिभ्याम्। गीतिभ्य:
सूक्ति (षष्ठी) सूक्ते: सूक्त्यो: सूक्तीनाम्
कृति (षष्ठी) कृते: कृत्यो: कृतीनाम्
धृति (सप्तमी) धृतौ धृत्यो: धृतिषु
भीति (सप्तमी) भीतौ भीत्यो: भीतिषु
मति (संबोधन) हे मते! हे मती! हे मतय:

  1. रेखाङ्कितानि पदानि अधिकृत्य प्रश्ननिर्माणं कुरुत- (रेखांकित पदों को आधार मानकर प्रश्न निर्माण करो – )

(क) संस्कृते ज्ञानविज्ञानयोः निधिः सुरक्षितोऽस्ति । (संस्कृत में ज्ञान-विज्ञान का खजाना सुरक्षित है।)
उत्तर संस्कृते ज्ञान-विज्ञानयो: क: सुरक्षित: अस्ति ?

(ख) संस्कृतमेव सङ्गणकस्य कृते सर्वोत्तमा भाषा। (संस्कृत ही कम्प्यूटर के लिए सबसे उत्तम भाषा है।)
उत्तर संस्कृतमेव कस्य कृते सर्वोत्तमा भाषा ?

(ग) शल्यक्रियायाः वर्णनं संस्कृतसाहित्ये अस्ति। (शल्य क्रिया का वर्णन संस्कृत साहित्य में है ।)
उत्तर शल्यक्रियायाः वर्णनं कुत्र अस्ति ?

(घ) वरिष्ठान् प्रति अस्माभिः प्रियं व्यवहर्त्तव्यम् । (बड़ों के प्रति हमें प्रिय व्यवहार करना चाहिए।)
उत्तर कान् प्रति अस्माभिः प्रियं व्यवहर्त्तव्यम् ?

  1. उदाहरणानुसारं पदानां विभक्तिं वचनञ्च लिखत- (उदाहरण के अनुसार पदों की विभक्ति और वचन लिखिए

नीतिम्, सूक्तयः, शान्त्या, प्रीत्यै, मतिषु
पदानि विभक्त। वचन
यथा – संस्कृतेः षष्ठी एकवचनम्
गति: प्रथमा एकवचनम्
नीतिम् द्वितीया एकवचनम्
सूक्तयः प्रथमा बहुवचनम्
शान्त्या तृतीया एकवचनम्
प्रीत्यै चतुर्थी एकवचनम्
मतिषु सप्तमी बहुवचनम्

  1. यथायोग्यं संयोज्य लिखत- (यथायोग्य मिलान कर लिखिए – )

उत्तरम् –
क ख
कौटिल्येन अर्थशास्त्रं रचितम् ।
चिकित्साशास्त्रे चरकसुश्रुतयोः योगदानम् ।
शून्यस्य आविष्कर्ता आर्यभटः ।
संस्कृतम् ज्ञानविज्ञानपोषकम् ।
सूक्तयः अभ्युदयाय प्रेरयन्ति

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