Sanskrit Dhara VahiniSanskrit Dhara VahiniSanskrit Dhara Vahini
Notification Show More
Font ResizerAa
  • Home
  • Class 12
  • Class 11
  • Class 10
  • Class 9
  • Class 8
  • Class 7
  • Class 6
  • Class 1-5
  • Grammar
    • Hindi Grammar
    • English Grammar
    • Sanskrit Vyakaran
  • Free Notes
Reading: Class 9 Science chapter 1 हमारे आस-पास के पदार्थ Notes
Share
Sanskrit Dhara VahiniSanskrit Dhara Vahini
Font ResizerAa
  • Home
  • Class 12
  • Class 11
  • Class 10
  • Class 9
  • Class 8
  • Class 7
  • Class 6
  • Class 1-5
  • Grammar
  • Free Notes
Search Class notes, paper ,important question..
  • Classes
    • Class 12
    • Class 11
    • Class 10
    • Class 9
    • Class 8
  • Grammar
    • English Grammar
    • Hindi Vyakaran
    • Sanskrit Vyakaran
  • Latest News
Have an existing account? Sign In
Follow US
© 2022 Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
Sanskrit Dhara Vahini > Class 9 > Class 9 Science > Class 9 Science chapter 1 हमारे आस-पास के पदार्थ Notes
Class 9Class 9 Science

Class 9 Science chapter 1 हमारे आस-पास के पदार्थ Notes

Share
21 Min Read
SHARE

NCERT Solutions for Class 9 Science Chapter 1 हमारे आस-पास के पदार्थ Question and Answer | science class 9 chapter 1 solution

Class 9 Science Chapter 1

Class 9 Science Chapter 1 हमारे आस-पास के पदार्थ Notes 2023-24

Contents
NCERT Solutions for Class 9 Science Chapter 1 हमारे आस-पास के पदार्थ Question and Answer | science class 9 chapter 1 solution Class 9th Science chapter 1 matter in our surroundings solution एनसीईआरटी-सोल्यूशन-कक्षा-9वीं-साईस-पाठ-1-हमारे-आसपास-के-पदार्थ / कक्षा 9 विज्ञान पाठ 1 सोल्यूशन
1.Class 9th All Subject Solution
2.Class 9th Hindi Solution
3.Class 9th Sanskrit Solution
4.Class 9th English Solution
5.Class 9th Science Solution
6.Class 9th Math Solution
7.Class 9th Social Science Solution

पदार्थ– हमारे चारों ओर फैली हुई वस्तुएं जिस सामग्री से बनी होती हैं, उसे पदार्थ कहते हैं। पदार्थ में मुख्यतः दो गुण होते हैं– (i) इनमें द्रव्यमान होता है। (ii) प्रत्येक पदार्थ कुछ स्थान (आयतन) पेरता है। पदार्थ को पाँच मूल तत्वों में वर्गीकृत किया गया है, जिसे पंचतत्व कहते हैं। ये पंचतत्व है-वायु पृथ्वी,अग्नि, जल तथा आकाश सभी पदार्थों को भौतिक एवं रासायनिक गुणों के आधार पर वर्गीकृत किया जा सकता है। 

पदार्थ का भौतिक स्वरूप (1) पदार्थ अनेक कणों से मिलकर बना होता है। (ii) ये हमारी कल्पना से भी छोटे (सूक्ष्म) होते हैं।

पदार्थ के कणों के गुण- (1) पदार्थ के कणों के बीच रिक्त स्थान होता है। (ii) पदार्थ के कण निरंतर गतिशील होते हैं अर्थात् उनमें गतिज ऊर्जा होती है। तापमान बढ़ने से कणों की गति तेज हो जाती है क्योंकि गतिज ऊर्जा बढ़ जाती है। (iii) पदार्थ के कण एक-दूसरे को आकर्षित करते हैं।

विसरण दो विभिन्न पदार्थों के कणों का स्वतः मिलना विसरण कहलाता है। पदार्थ की अवस्थाएं पदार्थ सामान्यतया तीन अवस्थाओं ठोस, द्रव एवं गैस में पाए जाते हैं। (i) ठोस – ठोसों का आकार व आयतन निश्चित होता है। (ii) द्रव इनका आकार अनिश्चित किन्तु आयतन निश्चित होता है। (iii) गैस इनका आकार व आयतन दोनों अनिश्चित होते हैं।

हमारे घरों में खाना बनाने में द्रवीकृत पेट्रोलियम गैस (L.PG) तथा वाहनों में ईंधन के रूप में संपीडित प्राकृतिक गैस (CNG) का उपयोग होता है। 

दाब – वर्तन की दीवार पर गैस के कणों द्वारा प्रति इकाई क्षेत्रफल पर लगने वाले बल को दाब कहते हैं। 

पदार्थ अपनी अवस्था को बदल सकता है कुछ बाहरी प्रभावों से पदार्थ की अवस्था बदल सकती है जैसे जल तीन अवस्थाओं में रह सकता है। इसमें ठोस अवस्था बर्फ के रूप में, द्रव अवस्था जल के रूप में तथा गैस अवस्था जलवाष्प के रूप में पाई जाती है। 

निम्न कारकों में परिवर्तन द्वारा पदार्थ की अवस्था में परिवर्तन होता है-

(i) तापमान परिवर्तन का प्रभाव-

(a) गलनांक– तापमान बढ़ाने पर ठोस पदार्थ, द्रव में परिवर्तित हो जाते हैं। वह न्यूनतम तापमान जिस पर ठोस पिघलकर द्रव बन जाता है, वह इसका गलनांक कहलाता है। किसी ठोस के गलने की प्रक्रिया में तापमान स्थिर रहता है।

(b) संगलन की प्रसुप्त ऊष्मा – वायुमंडलीय दाब पर 1 Kg ठोस को उसके गलनांक पर द्रव में बदलने के लिए जितनी ऊष्मीय ऊर्जा आवश्यक होती है वह संगलन की प्रसुप्त (गुप्त) ऊष्मा कहलाती है। 

(c) क्वथनांक– वायुमण्डलीय दाब पर वह तापमान जिस पर द्रव उबलने लगता है उसे उसका क्वथनांक कहते हैं। इस तापमान पर द्रव गैस में बदलने लगता है।

(d) वाष्पीकरण की गुप्त ऊष्मा-वायुमंडलीय दाब पर 1 Kg द्रव को उसके क्वथनांक पर वाष्प में बदलने के लिए आवश्यक ऊष्मा वाणीकरण की गुप्त ऊष्मा कहलाती है।

(ii) दाब परिवर्तन का प्रभाव – दाब के बढ़ने तथा तापमान के कम होने पर गैस द्रव में बदल सकती है। 

वाष्पीकरण – यह एक सतही परिघटना है। क्वथनांक से कम तापमान पर द्रव के वाष्प में परिवर्तित होने की प्रक्रिया को वाष्पीकरण कहते हैं।

वाष्पीकरण को प्रभावित करने वाले कारक- 

(i) सतही क्षेत्रफल बढ़ने से वाष्पीकरण की दर बढ़ जाती है। 

(ii) तापमान वृद्धि भी वाष्पीकरण को बढ़ाती है।

(iii) आर्द्रता बढ़ने पर वाष्पीकरण की दर घट जाती है।

(iv) वायु की गति बढ़ने पर वाष्पीकरण की दर बढ़ जाती है।

वाष्पीकरण के कारण शीतलता– खुले हुए बर्तन में रखे द्रव में निरंतर वाष्पीकरण होता रहता है। इससे कम हुई ऊर्जा को पुनः प्राप्त करने के लिए द्रव के कण अपने आसपास से ऊष्मीय ऊर्जा अवशोषित कर लेते हैं। इस तरह आसपास से ऊर्जा अवशोषित होने के कारण शीतलता का अनुभव होता है।

Class 9th Science chapter 1 matter in our surroundings solution

Page No. 4 Questions Solution 

प्रश्न 1. निम्नलिखित में से कौन से पदार्थ हैं – कुर्सी, वायु, स्नेह, गंध, घृणा, बादाम, विचार, शीत, नींबू पानी, , इत्र की सुगंध ।

उत्तर – कुर्सी, वायु, बादाम, नींबू पानी, इत्र की सुगंध पदार्थ हैं। 

प्रश्न 2. निम्नलिखित प्रेक्षण के कारण बताएँ-गर्मा-गर्म खाने की गंध कई मीटर दूर से ही आपके पास पहुँच जाती है, लेकिन ठण्डे खाने की महक लेने के लिए आपको उसके पास जाना पड़ता है।

उत्तर – पदार्थ के कण निरन्तर गतिशील होते हैं तथा तापमान बढ़ने पर कणों की गति बढ़ जाती है। वस्तुतः खाने की गंध या महक हम तक विसरण के माध्यम से पहुँचती है। कणों का विसरण उच्च ताप पर अधिक व निम्न ताप पर कम होता है, इसीलिए गर्मा-गरम (उच्च ताप वाले) खाने की गंध तेजी के साथ कई मीटर दूर से ही हमारे पास पहुँच जाती है लेकिन ठंडे खाने की गंध (महक) लेने के लिए हमें उसके पास जाना पड़ता है।

प्रश्न 3. स्वीमिंग पूल में गोताखोर पानी काट पाता है। इससे पदार्थ का कौनसा गुण प्रेक्षित होता है ? उत्तर – स्वीमिंग पूल में गोताखोर पानी (जल) काट पाता है क्योंकि वहां पानी के कणों के मध्य लगने वाला आकर्षण बल, गोताखोर द्वारा लगाये जाने वाले बल से कम होता है, जिस कारण पानी के कण आसानी से अलग हो जाते हैं। इससे पदार्थ का यह गुण प्रदर्शित होता है कि पदार्थ सूक्ष्म कणों से बना है। 

प्रश्न 4. पदार्थ के कणों की क्या विशेषताएँ होती हैं ? 

उत्तर – पदार्थ के कणों की निम्नलिखित विशेषताएं होती हैं-

(i) पदार्थ के कणों के मध्य रिक्त स्थान पाया जाता है। (ii) पदार्थ के कण निरंतर गतिशील होते हैं।

(iii) पदार्थ के कणों के मध्य एक आकर्षण बल होता है।

Page No. 6 Questions Solution 

प्रश्न 1. किसी तत्व के द्रव्यमान प्रति इकाई आयतन को घनत्व कहते हैं। (घनत्व = द्रव्यमान / आयतन )

बढ़ते घनत्व के क्रम में निम्नलिखित को व्यवस्थित करें – वायु, चिमनी का धुआँ, शहद, जल, चॉक, रुई और लोहा ।

उत्तर – वायु < चिमनी का धुआं रुई < जल शहद चॉक< लोहा ।

प्रश्न 2. (a) पदार्थ की विभिन्न अवस्थाओं के गुणों में होने वाले अन्तर को सारणीबद्ध कीजिए। (b) निम्नलिखित पर टिप्पणी कीजिए-दृढ़ता, संपीड्यता, तरलता, बर्तन में गैस का भरना, आकार, गतिज ऊर्जा एवं घनत्व ।

उत्तर- (a) पदार्थ की विभिन्न अवस्थाओं के गुणों में अन्तर निम्न हैं

(b) (i) दृढ़ता — किसी पदार्थ की अपने आकार को बनाए रखने की प्रवृत्ति दृढ़ता कहलाती है। ठोस पदार्थ के कण आपस में अत्यधिक आकर्षण बल द्वारा जुड़े होते हैं जिससे दृढ़ता का गुण प्रदर्शित होता है।

(ii) संपीड्यता – किसी पदार्थ पर दाब डालने पर उसके आयतन में कमी होने की प्रवृत्ति संपीड्यता कहलाती है। द्रव एवं गैसीय पदार्थों के मध्य काफी रिक्त स्थान होता है, जिसके कारण इन्हें दबाया जा सकता है। गैसों को बहुत अधिक संपीड़ित किया जा सकता है क्योंकि गैसीय पदार्थ के कणों के मध्य काफी रिक्त स्थान होता है।

(iii) तरलता – किसी पदार्थ के बहने का गुण तरलता कहलाता है। सभी द्रव तरल होते हैं। 

(iv) बर्तन में गैस का भरना – गैसों के कणों के मध्य अत्यधिक रिक्त स्थान होने के कारण ये उच्च दाब पर आसानी से संपीडित हो जाती हैं। इस कारण इन्हें अपेक्षाकृत कम आयतन या छोटे बर्तन में भी अधिक मात्रा में भरा जा सकता है।

(v) आकार – कोई वस्तु जितना स्थान घेरती है, वह उस वस्तु का आकार कहलाता है। 

(vi) गतिज ऊर्जा – वस्तुओं में उनकी गति के कारण उत्पन्न ऊर्जा, गतिज ऊर्जा कहलाती है।

(vii) घनत्व – किसी वस्तु के इकाई आयतन में उपस्थित द्रव्यमान को घनत्व कहते हैं। 

प्रश्न 3. कारण बताएँ-

(a) गैस पूरी तरह उस बर्तन को भर देती है, जिसमें इसे रखते हैं। (b) गैस बर्तन की दीवारों पर दबाव डालती है। (c) लकड़ी की मेज ठोस कहलाती है।

(d) हवा में हम आसानी से अपना हाथ चला सकते हैं, लेकिन एक ठोस लकड़ी के टुकड़े में हाथ चलाने

के लिए हमें कराटे में दक्ष होना पड़ेगा।

उत्तर- (a) गैस के कणों के मध्य आकर्षण बल नगण्य होता है, इस कारण इसके कण सभी दिशाओं में गति करने के लिए स्वतंत्र होते हैं। इसीलिए जब किसी बर्तन में गैस को रखते हैं, तो वह पूरी तरह उस बर्तन को भर देती है।

(b) गैस बर्तन की दीवारों पर दबाव डालती है क्योंकि गैस कण न्यून आकर्षण बल के कारण सभी दिशाओं में गति करने के लिए स्वतंत्र होते हैं और वे बर्तन की दीवारों से लगातार टकराते रहते हैं, जिससे बर्तन की दीवारों पर दबाव पड़ता है।

(c) लकड़ी के कण अत्यधिक आकर्षण बल से जुड़े होने के कारण पास-पास होते हैं। इस कारण इसका आकार एवं आयतन निश्चित होते हैं, चूँकि ये ठोस पदार्थ के गुण हैं, अतः लकड़ी की मेज ठोस कहलाती है।

(d) हवा में हम आसानी से अपना हाथ चला सकते हैं क्योंकि हवा के कणों के मध्य आकर्षण बल बहुत कम होता है, जिससे हवा के कण बहुत दूर-दूर होते हैं। जबकि लकड़ी के कणों के मध्य अत्यधिक आकर्षण बल होता है, जिसके कारण इसके कण पास-पास होते हैं, इसलिए लकड़ी के टुकड़ों में हाथ चलाने के लिए कराटे में दक्ष होना पड़ता है।

प्रश्न 4. सामान्यतया ठोस पदार्थों की अपेक्षा द्रवों का घनत्व कम होता है, लेकिन आपने बर्फ के टुकड़े को जल में तैरते हुए देखा होगा। पता लगाइए, ऐसा क्यों होता है?

उत्तर- सामान्यतया ठोस पदार्थों की अपेक्षा द्रवों का घनत्व कम होता है, लेकिन जब जल बर्फ में बदलता है, तो जल के कणों की आकृति बदल जाने के कारण बर्फ का आयतन जल के आयतन से अधिक हो जाता है। इसलिए बर्फ का टुकड़ा अपने अधिक आयतन के कारण अपने द्रव्यमान से अधिक जल हटा देता है, जिससे वह उसकी सतह पर तैरता है।

Page No.9 Questions Solution 

प्रश्न 1. निम्नलिखित तापमान को सेल्सियस में बदलें-

  1. 300K

सेल्सियस (°C) = K – 273

°C 300 K-273= 27°C

(b) 573K 

°C = K – 273

°C = 573K – 273 = 300°C

प्रश्न 2. निम्नलिखित तापमान पर जल की भौतिक अवस्था क्या होगी ? 

(a) 250°C  (b) 100°C

उत्तर- (a) 250°C पर जल गैसीय अवस्था (वाष्प रूप) में होगा। 

(b) 100°C पर जल उबलता है क्योंकि यह जल का क्वथनांक है अतः इस ताप पर यह वाष्प में परिवर्तित

प्रश्न 3. किसी भी पदार्थ की अवस्था परिवर्तन के दौरान तापमान स्थिर क्यों रहता है ? 

उत्तर- किसी पदार्थ का ताप बढ़ाने पर वह दूसरी अवस्था में परिवर्तित होने लगता है तथा एक निश्चित ताप पर अवस्था परिवर्तन होता है। सम्पूर्ण अवस्था परिवर्तन के दौरान तापमान स्थिर रहता है क्योंकि उस समय सम्पूर्ण ऊष्मा उस पदार्थ के कणों के मध्य स्थान बढ़ाने में काम आती है, जिससे वह पदार्थ अपनी अवस्था परिवर्तित करता है, अर्थात् कणों के पारस्परिक आकर्षण बल को वशीभूत करके पदार्थ की अवस्था को बदलने में इस ऊष्मा का उपयोग होता है। ऐसा तब तक होता है, जब तक कि पदार्थ पूर्ण रूप से दूसरी अवस्था में परिवर्तित न हो जाए। 

प्रश्न 4. वायुमंडलीय गैसों को द्रव में परिवर्तन (परिवर्तित) करने के लिए कोई विधि सुझाइए। उत्तर- वस्तुतः पदार्थ की अवस्थाएँ तापमान व दाब पर निर्भर करती हैं। अतः वायुमंडलीय गैसों को निम्नलिखित दो विधियों द्वारा द्रव में परिवर्तित किया जा सकता है- (i) तापमान कम करके (ii) दाब बढ़ाकर वायुमंडलीय गैरों ऊँचाई पर होती हैं, जहाँ पर तापमान कम होने के कारण ये संघनित होकर बादलों में बदल जाती है जो द्रव की छोटी-छोटी बूंदों से मिलकर बने होते हैं।

Page No. 11 Questions Solution

प्रश्न 1. गर्म, शुष्क दिन में कूलर अधिक ठण्डा क्यों करता है?

उत्तर– गर्म, शुष्क दिनों में वायुमंडल में जलवाष्प कम होती है जिसके कारण वाष्पीकरण की दर बढ़ जाती है। जब कूलर चलता है, तब उसमें भरा गया जल अपनी वाष्पीकरण की ऊर्जा आस-पास के वातावरण से लेता है और तेजी से वाष्पित होता है। इस वाष्पीकरण की क्रिया के कारण ही कूलर अधिक ठण्डा करता है।

प्रश्न 2. गर्मियों में घड़े का जल ठण्डा क्यों होता है? उत्तर– गर्मियों में वायुमंडल में जलवाष्प कम होती है जो वाष्पन की दर को बढ़ा देती है। मिट्टी का घड़ा सरन्ध्र होता है जिसकी सतह पर छोटे-छोटे छिद्र होते हैं जिनके कारण अंदर का जल घड़े की सतह पर आ जाता है, जिसके वाष्पन के लिए ऊष्मा घड़े के जल और आसपास के वातावरण से ली जाती है। इससे आसपास का वातावरण ठंडा हो जाता है और घड़े का जल भी ठंडा रहता है।

प्रश्न 3. एसीटोन / पेट्रोल या इत्र डालने पर हमारी हथेली ठण्डी क्यों हो जाती है? 

उत्तर– एसीटोन / पेट्रोल या इत्र वाष्पशील पदार्थ हैं। जब इन्हें हथेली पर डालते हैं, तो इनके कण हमारी हथेली व आसपास के वातावरण से ऊर्जा प्राप्त कर वाष्पीकृत हो जाते हैं, जिससे हमारी हथेली ठण्डी हो जाती है 

प्रश्न 4. कप की अपेक्षा प्लेट से हम गर्म दूध या चाय जल्दी क्यों पी लेते हैं?

उत्तर– वाष्पीकरण एक सतही प्रक्रिया है। प्लेट की खुली सतह का क्षेत्रफल कप के क्षेत्रफल से अधिक होता है। अत: प्लेट में दूध या चाय का वाष्पीकरण कप की अपेक्षा तेजी से होता है, जिससे वे जल्दी ठंडे हो जाते हैं। इसी कारण प्लेट से हम दूध या चाय जल्दी पी लेते हैं। 

प्रश्न 5. गर्मियों में हमें किस तरह के कपड़े पहनने चाहिए?

उत्तर– हमें गर्मियों में सूती कपड़े पहनने चाहिए क्योंकि सूती कपड़ों में जल का अवशोषण अधिक होता है, इसलिए हमारा पसीना इसमें अवशोषित होकर वायुमण्डल में आसानी से वाष्पीकृत हो जाता है। इससे हमारे शरीर को शीतलता मिलती है।

एनसीईआरटी-सोल्यूशन-कक्षा-9वीं-साईस-पाठ-1-हमारे-आसपास-के-पदार्थ / कक्षा 9 विज्ञान पाठ 1 सोल्यूशन

प्रश्न 1. निम्नलिखित तापमानों को सेल्सियस इकाई में परिवर्तित करें-

(a) 300 K

(b) 573K

उत्तर- (a) सेल्सियस (°C) = K – 273

= 300 K – 273

= 27°C

(b)

°C = K – 273

= 573 K – 273 = 300°C, 

प्रश्न 2. निम्नलिखित तापमानों को केल्विन इकाई में परिवर्तित करें-

(a) 25°C

(b) 373°C

केल्विन (K) = °C + 273

उत्तर- (a)

= 25 + 273 = 298 K

(b)

K = °C + 273

= 373 + 273 = 646K

प्रश्न 3. निम्नलिखित अवलोकनों हेतु कारण लिखें

(a) नैफ्थलीन को रखा रहने देने पर यह समय के साथ कुछ भी ठोस पदार्थ छोड़े बिना अदृश्य हो है ।

(b) हमें इत्र की गंध बहुत दूर बैठे हुए भी पहुँच जाती है।

उत्तर- (a) नैफ्थलीन एक ऊर्ध्वपातज पदार्थ है जो ठोस अवस्था से सीधे ही गैसीय अवस्था में बदल जाती है। यही कारण है कि नैफ्थलीन को रखा रहने देने पर यह समय के साथ कुछ भी ठोस पदार्थ छोड़े बिना अदृश्य हो जाती है। (b) हमें इत्र की गंध बहुत दूर बैठे हुए भी पहुंच जाती है क्योंकि गंध या महक के कण अपने आप ही वायु के कणों में विसरित होकर दूर-दूर तक फैल जाते हैं

प्रश्न 4. निम्नलिखित पदार्थों को उनके कणों के बीच बढ़ते हुए आकर्षण के अनुसार व्यवस्थित करें- (a)     जल      (b) चीनी (c)ऑक्सीजन।

उत्तर- उपरोक्त पदार्थों में कणों के बीच बढ़ते हुए आकर्षण का क्रम निम्न है- ऑक्सीजन जल < चीनी

प्रश्न 5. निम्नलिखित तापमानों पर जल की भौतिक अवस्था क्या है ?

  1. 25° C (b) 0° © 100°
  1. 25°         द्रव
  2. 0°            ठोस
  3. 100°        वाष्प

प्रश्न 6. पुष्टि हेतु कारण दें-

(a) जल कमरे के ताप पर द्रव है।

(b) लोहे की अलमारी कमरे के ताप पर ठोस है।

उत्तर- (a) जल का कोई निश्चित आकार नहीं होता है तथा यह उसी बर्तन का आकार ग्रहण कर लेता है, जिसमें इसको रखा जाता है। इसी कारण जल कमरे के ताप पर द्रव होता है। 

(b) लोहे की अलमारी के पदार्थ का गलनांक कमरे के ताप से अधिक होता है तथा इसका आकार निश्चित होता है। इस कारण यह कमरे के ताप पर ठोस है।

प्रश्न 7. 273K पर बर्फ को ठण्डा करने पर तथा जल को इसी तापमान पर ठण्डा करने पर बर्फ द्वारा शीतलता का प्रभाव अधिक क्यों होता है ?

उत्तर- 273K पर बर्फ के कणों की ऊर्जा, जल के कणों की ऊर्जा की अपेक्षा कम होती है। इस कारण बर्फ वातावरण से जल की अपेक्षा अधिक ऊष्मा अवशोषित करने की क्षमता रखती है। इसीलिए समान ताप होने पर भी बर्फ, जल की अपेक्षा अधिक शीतलता प्रदान करती है। 

प्रश्न 8. उबलते हुए जल अथवा भाप में से जलने की तीव्रता किसमें अधिक महसूस होती है ?

उत्तर- उबलते हुए जल की तुलना में भाप द्वारा जलने की तीव्रता अधिक होती है, क्योंकि समान ताप पर भाप के कणों की ऊर्जा जल के कणों की ऊर्जा से अधिक होती है। ऐसा भाप के कणों के द्वारा वाष्पन की गुप्त ऊष्मा के रूप में अवशोषित अतिरिक्त ऊर्जा के कारण होता है। अतः जब भाप हमारी त्वचा को लगती है तो समान ताप (373K) पर उबलते हुए जल की अपेक्षा अधिक ऊर्जा मुक्त करती है।

प्रश्न 9. निम्नलिखित चित्र के लिए A, B, C, D, E तथा F की अवस्था परिवर्तन को नामांकित करें-

👉 इन्हें भी पढ़ें

  • Class 9 Sanskrit subject Solution

You Might Also Like

संस्कृत-कक्षा 9 शेमुषी पाठ 3 गोदोहनम् (godhohnam) हिन्दी अनुवाद

Class 9 Sanskrit Chapter 4 कल्पतरु Hindi & English Translation

कक्षा 9 संस्कृत शेमुषी पाठ 10 वाड्मनः प्राणस्वरूपम् – हिन्दी अनुवाद

NCERT Class 9 Sanskrit Chapter 5 भ्रान्तो बाल: Hindi Translation

Sanskrit Class 9 chapter 7 सिकतासेतु Hindi Translation

TAGGED:Class 9 Science Chapter 1Class 9 Science Chapter 1 exerciseClass 9 Science Chapter 1 extra questions answerClass 9 Science Chapter 1 matter in our surroundings questions answerClass 9 Science Chapter 1 notesIs matter pure class 9 MCQMatter in our surroundingsNCERT Solutions for Class 9th Science Chapter 1 matter in our surroundingsScience class 9 chapter 1 solution in Hindiकक्षा 9 विज्ञान अध्याय 1कक्षा 9 विज्ञान पाठ 1 हमारे आस-पास के पदार्थ प्रश्न उत्तर
Share This Article
Facebook Whatsapp Whatsapp LinkedIn Telegram Email Copy Link
Previous Article सिकतासेतु Sanskrit Class 9 chapter 7 सिकतासेतु Hindi Translation
Next Article तव्यत् प्रत्यय तव्यत् प्रत्यय की परिभाषा, उदाहरण-Tavyat Pratyay in Sanskrit

Follow US

Find US on Social Medias
2.7k Like
547 Follow
1.9k Subscribe
1.2k Follow
Also Read

RBSE Class 10 download 5 years old paper

राजस्थान बोर्ड कक्षा 11वी की अर्धवार्षिक परीक्षा का टाइम टेबल जारी 2024, RBSE 11th Class Time Table 2024: यहां से डाउनलोड करें
RBSE Class 11th Time Table Download 2024,जिलेवार कक्षा 11वीं वार्षिक परीक्षा समय सारणी डाउनलोड करें-
NEET MDS Results 2024 Download Check scorecard, नीट एमडीएस का रिजल्ट इस तारीख को होगा जारी
Rajasthan BSTC Syllabus 2024: राजस्थान D.EI.ED का नया सिलेबस जारी

Find Us on Socials

Follow US
© SanskritDharaVahni. All Rights Reserved.
  • Home
  • NCERT Books
  • Half Yearly Exam
  • Syllabus
  • Web Story
  • Latest News
adbanner
AdBlock Detected
Our site is an advertising supported site. Please whitelist to support our site.
Okay, I'll Whitelist
Welcome Back!

Sign in to your account