नदी के शब्द रूप संस्कृत में| नदी के शब्द रुप| नदी ईकारांत स्त्रीलिंग शब्दरुपम्
नदी के शब्द रूप संस्कृत में नदी ईकारांत स्त्रीलिंग शब्दरुपम् के नाम से जाना जाता है। इसी प्रकार दीर्घ (बड़ी) ‘ई’ से अन्त होने वाले स्त्रीलिंग शब्दों-देवी, भगवती, सरस्वती, श्रीमती, कुमारी (अविवाहिता). गौरी (पार्वती), मही (पृथ्वी), पुत्री (बेटी), पत्नी, राज्ञी (रानी), सखी (सहेली), दासी (सेविका), रजनी (रात्रि), महिषी (रानी, भैंस), सती, वाणी, नगरी, पुरी, जानकी और पार्वती आदि शब्दों के रूप चलते हैं।
Contents
| विभक्ति | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
| प्रथमा | नदी | नद्यौ | नद्य: |
| द्वितीया | नदीम् | नद्यौ | नदी: |
| तृतीया | नद्या | नदीभ्याम् | नदीभि: |
| चतुर्थी | नद्यै | नदीभ्याम् | नदीभ्य: |
| पंचमी | नद्या: | नदीभ्याम् | नदीभ्य: |
| षष्ठी | नद्या: | नद्यो: | नदीनाम् |
| सप्तमी | नद्याम् | नद्यो: | नदीषु |
| सम्बोधन | हे नदि! | हे नद्यौ! | हे नद्य! |
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☀️‘लता’ अकारांत स्त्रीलिंग शब्दरुपम्
☀️‘कवि:’ इकारांत पुल्लिंग शब्दरुपम्

नदी कौनसा शब्द रूप है
नदी ईकारांत स्त्रीलिंग शब्दरुप है। इसके रूप सातों विभक्तियों व तीनों वचनों में रुप चलते हैं विस्तृत जानकारी के लिए नीचे लिंक पर क्लिक करके पढ़ें।