राजस्थान नर्मदा नहर परियोजना – नर्मदा केनाल सिंचाई परियोजना
नर्मदा नहर परियोजना पश्चिम भारत की नर्मदा नहर एक समोच्च नहर परियोजना है जो गुजरात राज्य के सरदार सरोवर बांध से निकाली गई है। यह नहर पानी गुजरात और राजस्थान में सिंचाई करने व पीने के काम में लिया जाता है। मुख्य नहर की कुल लंबाई 532 किलोमीटर (331 मील) है इसकी गुजरात राज्य लम्बाई 458 किलोमीटर (285 मील) व राजस्थान में लम्बाई 74 किलोमीटर (46 मील) है। यह नहर भारत की दूसरी सबसे लंबी नहर (इंदिरा गांधी नहर के बाद) और जल भराव क्षमता की दृष्टि से सबसे बड़ी नहर है। इस नहर की जल वहन क्षमता 40,000 क्यूसेक है। नर्मदा मुख्य नहर 42 शाखा नहरों से जुड़ी हुई है जो 5,260,000 एकड़ कृषि भूमि को सिंचाई का पानी उपलब्ध करवाती है। इसमें गुजरात का लगभग 18 लाख हेक्टेयर और राजस्थान का लगभग 2.5 लाख हेक्टेयर भूमि पर सिंचाई की जाती है।
Narmada Nahar Pariyojana
देश | भारत |
राज्य | गुजरात व राजस्थान |
स्त्रोत | सरदार सरोवर बांध |
स्थान | केवडिया, नर्मदा जिला, गुजरात |
नहर | नर्मदा नहर |
कुल लम्बाई | 532 किलोमीटर |
लम्बाई गुजरात में | 458 किलोमीटर |
लम्बाई राजस्थान में | 74 किलोमीटर |
चौड़ाई | न्यूनतम 10.3 मीटर , अधिकतम 76 मीटर |
नर्मदा नहर का राजस्थान में प्रवेश सांचौर ज़िले के सीलू गांव से प्रवेश करती है। जो सांचौर और बाड़मेर की गुढ़ा मालानी तहसील तक सिंचाई व पेयजल आपूर्ति करती है। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने फरवरी 2008 में सिल्लू गांव से उद्घाटन कर पहली बार केनाल में पानी छोड़ा था।
नर्मदा नहर परियोजना गुजरात, राजस्थान और मध्यप्रदेश की संयुक्त परियोजना है। इस परियोजना से राजस्थान राज्य के सांचौर और बाड़मेर जिलों के लगभग 233 गांवों की 2.5 लाख हेक्टेयर भूमि पर सिंचाई की जाती है। राजस्थान के तीन शहरों सांचौर(जिला), भीनमाल (तहसील), एवं जालौर (जिले) 1336 गांवों में पेयजल आपूर्ति की जाती है। नर्मदा नहर परियोजना राजस्थान की पहली परियोजना हैं जिसमें संपुर्ण सिंचाई केवल फव्वारा पद्धति से ही की जाएगी।
- नर्मदा नहर परियोजना में पहली बार राजस्थान में स्प्रिंकलर सिंचाई प्रणाली पर आधारित है।
- नर्मदा नहर परियोजना गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश के बीच है।
- नर्मदा नहर परियोजना को मारवाड़ की भागीरथी के नाम से भी जाना जाता है।
- यह पूर्ण रूप से स्प्रिंकलर (फव्वारा पद्धति) सिंचाई पद्धति पर आधारित है।
- नर्मदा नहर परियोजना से लाभान्वित राजस्थान के जिले सांचौर, बाड़मेर व जालोर हैं।
- नर्मदा नहर परियोजना की कुल लंबाई 532 किमी है।
- नर्मदा नहर परियोजना में राजस्थान का कुल हिस्सा 0.50 M.A.F. है।
- सरदार सरोवर बांध का उपयोग नर्मदा नहर परियोजना के लिए किया जाता है।
- नर्मदा नहर परियोजना की कुल लंबाई 532 किमी है जिसमें से 458 किमी गुजरात में और 74 किमी राजस्थान में है।
- 27 मार्च 2008 को मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने सिल्लू गांव से राजस्थान में पहली बार पानी छोड़ा।
नर्मदा नहर परियोजना की लिफ्ट नहरें
नर्मदा नहर परियोजना के तहत मुख्य नहर से तीन लिप्ट नहरे के दायीं ओर व 9 वितरिकाएं नहर के बायीं ओर निकाली गई है।
- सांचोर लिप्ट नहर :- सांचौर व आसपास के लिए सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवाई जाती है।
- भादरेडा लिप्ट नहर :- इस लिफ्ट नहर से बाड़मेर के गुढ़ामालानी क्षेत्र पर सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवाती है।
- पनोरिया लिप्ट नहर :- इस लिफ्ट नहर से बाड़मेर के धोरीमन्ना क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवाती है।
नर्मदा नहर परियोजना की 9 वितरिकाएं है जो कि नहर के बायीं ओर स्थित है
- बांक वितरिका
- जैसला वितरिका
- बालेरा वितरिका
- ईसरोल वितरिका
- रतोडा वितरिका
- केरिया वितरिका
- गांधव वितरिका
- मोनकी वितरिका
- भीमगौडा वितरिका
narmada nahar pariyojana
The Narmada Canal of Western India is a contour canal project constructed from the Sardar Sarovar Dam in the state of Gujarat. This canal water is used for irrigation and drinking purposes in Gujarat and Rajasthan. The total length of the main canal is 532 kilometers (331 mi), its length in Gujarat state is 458 kilometers (285 mi) and in Rajasthan its length is 74 kilometers (46 mi). This canal is the second longest canal of India (after Indira Gandhi Canal) and the largest canal in terms of water carrying capacity. The water carrying capacity of this canal is 40,000 cusecs. The Narmada Main Canal is connected to 42 branch canals which provide irrigation water to 5,260,000 acres of agricultural land. In this, about 18 lakh hectares of land in Gujarat and about 2.5 lakh hectares of land in Rajasthan are irrigated.
The Narmada Canal enters Rajasthan from Seelu village in Sanchore district. Which supplies irrigation and drinking water to Gudha Malani tehsil of Sanchaur and Barmer. Rajasthan Chief Minister Vasundhara Raje had released water into the canal for the first time after inaugurating it from Sillu village in February 2008.
Narmada Canal Project is a joint project of Gujarat, Rajasthan and Madhya Pradesh. This project irrigates 2.5 lakh hectares of land in about 233 villages of Sanchore and districts of Rajasthan state. Drinking water is supplied to 1336 villages in three cities of Rajasthan, Sanchore (district), Bhinmal (tehsil), and Jalore (district). Narmada Canal Project is the first project in Rajasthan in which entire irrigation will be done only through sprinkler system.
- Narmada Canal Project is based on sprinkler irrigation system for the first time in Rajasthan.
- Narmada Canal Project is between Gujarat, Rajasthan, Maharashtra, Madhya Pradesh.
- Narmada Canal Project is also known as Bhagirathi of Marwar.
- It is completely based on sprinkler (sprinkler system) irrigation system.
- The districts of Rajasthan benefited from the Narmada Canal Project are Sanchore, Barmer and Jalore.
- The total length of Narmada Canal Project is 532 km.
- Rajasthan’s total share in Narmada Canal Project is 0.50 M.A.F. Is.
- Sardar Sarovar Dam is used for the Narmada Canal Project.
- The total length of Narmada Canal Project is 532 km of which 458 km is in Gujarat and 74 km is in Rajasthan.
- On March 27, 2008, Chief Minister Vasundhara Raje Scindia released water from Sillu village for the first time in Rajasthan.
Lift Canals of Narmada Canal Project
Under the Narmada Canal Project, three distributaries have been taken out from the main canal on the right side of the canal and 9 distributaries have been taken out on the left side of the canal.
- Sanchore Lift Canal:- Irrigation facility is provided for Sanchore and surrounding areas.
- Bhadreda Lift Canal:- This lift canal provides irrigation facility to Gudhamalani area of Barmer.
- Panoria Lift Canal:- This lift canal provides irrigation facility in Dhorimanna area of Barmer.
Narmada Canal Project has 9 distributaries which are located on the left side of the canal.
- Bank Distributor
- Jaisla Distributor
- Balera Distributor
- Isrol Distributor
- Ratoda Distributor
- Kerria distributary
- Gandhav Distributor
8.Monkey Distributor - Bhimagouda Distributary