राम शब्द रूप संस्कृत में
राम शब्द रूप अकारांत पुल्लिंग शब्दरुपम्। संस्कृत में शब्दरुप की विशेष भूमिका रहती है, संस्कृत में सात विभक्ति होती है, और 6 कारक होते हैं। सम्बन्ध कारक को संस्कृत में कारक नहीं माना गया है,इसे षष्ठी विभक्ति के रूप में पढ़ा जाता है। राम के सम्मान सभी संज्ञा के नामों के रूप एक जैसे होते हैं जैसे:- नर, वानर, छात्र, बालक, पुत्र, बाल, शिक्षक, अध्यापक, कृषक, वृषभ, मीन, श्रृगाल, जम्बुक, शिव, नरेश, गणेश आदि।
विभक्ति | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
प्रथमा | राम: | रामौ | रामा: |
द्वितीया | रामम् | रामौ | रामान् |
तृतीया | रामेण | रामाभ्याम् | रामै: |
चतुर्थी | रामाय | रामाभ्याम् | रामेभ्य: |
पंचमी | रामात् | रामाभ्याम् | रामेभ्य: |
षष्ठी | रामस्य | रामयो: | रामाणाम् |
सप्तमी | रामे | रामयो: | रामेषु |
सम्बोधन | हे राम: ! | हे रामौ! | हे रामा: ! |
अन्य अकारांत पुल्लिंग संज्ञा शब्द
पुत्र: पुल्लिंग शब्दरुपम्
वानर: पुल्लिंग शब्दरुपम्
शिक्षक: पुल्लिंग शब्दरुपम्
अध्यापक: पुल्लिंग शब्दरुपम्