Class 7th Science Chapter 10 विद्युत धारा और इसके प्रभाव NCERT Solutions
इस पोस्ट में हमने Class 7th विज्ञान पाठ 10 विद्युत धारा और इसके प्रभाव NCERT Solutions सरल में हमने सम्पूर्ण अभ्यास प्रश्न को सरल भाषा में लिखा गया है। हमने NCERT Solutions for Class 7 Science Chapter 10 विद्युत धारा और इसके प्रभाव के Questions and Answer बताएं है। इसमें NCERT Class 7th Science Chapter 10 विद्युत धारा और इसके प्रभाव Notes लिखें है जो इसके नीचे दिए गए हैं।

1. | Class 7th All Subjects Solution |
2. | Class 7th Sanskrit Solution |
3. | Class 7th Hindi Solution |
4. | Class 7th English Solution |
5. | Class 7th Science Solution |
6. | Class 7th Maths Solution |
7. | Class 7th Social science Solution |
विद्युत धारा तथा विद्युत परिपथ
विद्युत धाराः
अगर एक टार्च बल्ब को एक तार द्वारा विद्युत परिपथ से जोड़ दिया जाए तो वह जल जाएगा क्योंकि विद्युत धारा में उर्जा होती है जिसे विद्युतीय उर्जा कहते हैं। विद्युत धारा विद्युतीय बल्बों को जला सकती है, पंखे चला सकती है, ताप उत्पादन द्वारा भोजन पका सकती है तथा बहुत-सारे तरीकों से हमारे उपयोग में लाई जा सकती है। विद्युतीय उर्जा, विद्युत-धारा की सर्वाधिक प्रयोग में आने वाली उर्जाओं का रूप है जिसका घरेलू तथा औद्योगिक क्षेत्रों में उपयोग किया जाता है।
विद्युत परिपथः
एक विद्युत परिपथ, विद्युत धारा के परिपथ के विभिन्न घटकों से प्रवाहित होने का एक निरंतर मार्ग है जो विद्युत के एक स्रोत से जुड़ा हुआ रहता है। विद्युत परिपथ के घटक हैं- बल्ब, तारें, कुंजी, शुष्क सेल, एमीटर, प्रतिरोधक आदि। एक साधारण विद्युत परिपथ, जिसे चित्र द्वारा दर्शाया गया है, खुला अथवा बंद परिपथ हो सकता है।
विद्युत फ्यूज का क्या उपयोग होता है?
विद्युत फ्यूज एक विद्युतीय सुरक्षा उपकरण है जो अचानक उच्च विद्युत धारा के विद्युत परिपथ में प्रवाहित होने से परिपथ की क्षति से सुरक्षा प्रदान करता है। एक यंत्र, जिसे लघु परिपथ विच्छेदक कहते हैं, स्वतः ही परिपथ को बंद कर देता है जब विद्युत धारा का प्रवाह अधिकतम विशिष्ट सीमा को पार करता है। अतः चालक में जब विद्युत धारा का प्रवाह होता है तब ताप की उत्पत्ति, विद्युत प्रवाह के तापीय प्रभाव के कारण ही होती है।
परिनालिका तथा विद्युत चुंबक
परिनालिका
परिनालिका को एक खोखली बेलन के आकार की प्लास्टिक नली पर विद्युतरोधी तार लपेटकर बनाया जा सकता है। जब इसमें से विद्युत धारा प्रवाहित होती है तो यह चुम्बकीय गुणों को प्रदर्शित करती है।
विद्युत चुम्बक
ये विद्युतीय चुम्बकीय गुणों को तब तक प्रदर्शित करते हैं जब तक इनमें से विद्युत धारा प्रवाहित होती है। एक मुलायम लोहे पर अधिक संख्या मे तार लपेटकर इसे बनाया जा सकता है। विद्युत चुम्बकों का प्रयोग अस्पतालों में आँखों की समस्याओं को दूर करने तथा स्टील कार्य में क्रेनों और भारी बोझ उठाने के लिए क्रैपयार्ड में किया जाता है।
विद्युत घंटी कैसे कार्य करती है?
विद्युत घंटी की कार्यशैली विद्युत चुम्बक के प्रभाव के सिद्धांत पर आधारित है। विद्युत घंटी के बटन को दबाते ही, जैसे ही परिपथ पूर्ण होता है, धारा प्रवाहित होना आरंभ कर देती है, इससे मुलायम लौह आर्मेचर विद्युत- चुम्बक की ओर आकर्षित हो जाती है जिसके फलस्वरूप हथौड़ा घंटी पर आघात करता है। जैसे ही यह होता है, परिपथ बिदु ‘क’ पर टूट जाता है और धारा का प्रवाह बंद हो जाता है। विद्युत चुम्बक अपनी चुम्बकीय शक्ति को खो देता है। यह प्रक्रिया पुनः आरंभ होती है जैसे ही स्प्रिंग, आर्मेचर को विद्युत चुम्बक के संपर्क में आने के लिए पुनः खींचता है।
विद्युत धारा का तापीय प्रभाव
जब किसी तार से कोई विद्युत धारा प्रवाहित होती है, तो वह तप्त हो जाता है। इसे विद्युत धारा का तापीय प्रभाव कहते हैं।
विद्युत धारा का चुम्बकीय प्रभाव
जब किसी तार में विद्युत धारा प्रवाहित करते हैं, तब वह चुम्बक की भांति व्यवहार करने लग जाता है। इसे विद्युत का चुम्बकीय प्रभाव कहते हैं।
पाठ्यपुस्तक के अभ्यास प्रश्न
प्रश्न 5. विद्युत धारा के किन्हीं दो प्रभावों के नाम लिखिए।
उत्तर-(i) विद्युत धारा का तापीय प्रभाव।
(ii) विद्युत धारा का चुम्बकीय प्रभाव।
प्रश्न 6. जब किसी तार से धारा प्रवाहित करने के लिए स्विच को ‘ऑन’ करते हैं, तो तार के निकट रखी चुम्बकीय सुई अपनी उत्तर-दक्षिण स्थिति से विक्षेपित हो जाती है। स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-जब किसी तार से विद्युत धारा प्रवाहित करने के लिए स्विच को ‘ऑन’ करते हैं, तो वह तार एक चुम्बक की भाँति व्यवहार करने लगता है। इस कारण जब तार से विद्युत धारा प्रवाहित होती है, तब विद्युत धारा के चुम्बकीय प्रभाव के कारण तार के निकट रखी चुम्बकीय सुई अपनी उत्तर-दक्षिण स्थिति से विक्षेपित हो जाती है।
प्रश्न 7. यदि चित्र में दर्शाए गए विद्युत परिपथ में स्विच को ‘ऑफ’ किया जाए, तो क्या चुम्बकीय सुई विक्षेप दर्शाएगी?
उत्तर-नहीं, क्योंकि इस परिपथ में विद्युत सेल नहीं जोड़े गये हैं। इसलिए इस परिपथ में विद्युत धारा का प्रवाह नहीं होगा और चुम्बकीय सुई विक्षेपण नहीं दर्शायेगी।
प्रश्न 8. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-
(क) विद्युत सेल के प्रतीक में लम्बी रेखा, उसके …… टर्मिनल को निरूपित करती है।
(ख) दो या अधिक विद्युत सेलों के संयोजन को ………… कहते हैं।
(ग) जब किसी विद्युत हीटर के स्विच को ‘ऑन’ करते हैं, तो इसका ……………. रक्त तप्त (लाल) हो जाता है।
(घ) विद्युत धारा के तापीय प्रभाव पर आधारित सुरक्षा युक्ति को …………… कहते हैं।
उत्तर- (क) धनात्मक (ख) बैटरी (ग) तंतु (घ) फ्यूज।
प्रश्न 9. निम्नलिखित कथनों पर सत्य अथवा असत्य अंकित कीजिए-
(क) दो सेलों की बैटरी बनाने के लिए एक सेल के ऋण टर्मिनल को दूसरे सेल के ऋण टर्मिनल से संयोजित करते (असत्य)
(ख) जब किसी फ्यूज में से किसी निश्चित सीमा से अधिक विद्युत धारा प्रवाहित होती है, तो वह पिघलकर
टूट जाता है। (सत्य)
(ग) विद्युत चुम्बक, चुम्बकीय पदार्थों को आकर्षित नहीं करता। (असत्य)
(घ) विद्युत घंटी में विद्युत चुम्बक होता है।(सत्य)
प्रश्न 10. क्या विद्युत चुम्बक का उपयोग किसी कचरे के ढेर से प्लास्टिक को पृथक् करने के लिए किया जा सकता है? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-नहीं, क्योंकि विद्युत चुम्बक प्लास्टिक से बनी वस्तुओं को आकर्षित नहीं करता है। इसलिए विद्युत चुम्बक के उपयोग से किसी कचरे के ढेर से प्लास्टिक को पृथक् नहीं किया जा सकता है।
प्रश्न 11. मान लीजिए कि कोई विद्युत मिस्त्री आपके घर के विद्युत परिपथ में कोई मरम्मत कर रहा है। वह ताँबे के एक तार को फ्यूज के रूप में उपयोग करना चाहता है। क्या आप उससे सहमत होंगे? अपने उत्तर के लिए कारण दीजिए।
उत्तर-नहीं, हम फ्यूज को ताँबे के तार से बदलने की अनुमति देने के लिए सहमत नहीं होंगे। फ्यूज में तार ऐसा होना चाहिए जो उच्च विद्युत धारा प्रवाहित होने पर पिघलकर टूट जाए और परिपथ को तोड़ दे। लेकिन ताँबे के तार से बना फ्यूज ऐसा नहीं होता क्योंकि इसका गलनांक फ्यूज के रूप में प्रयुक्त तार से अधिक होता है। इसलिए शॉर्ट सर्किट को रोकने के लिए हमें अपने घरों में हमेशा आईएसआई मार्क वाले फ्यूज का इस्तेमाल करना चाहिए।
प्रश्न 12. जुबैदा ने पाठ्यपुस्तक के चित्र 10.4 में दर्शाए अनुसार एक सेल होल्डर बनाया तथा इसे एक स्विच और एक बल्ब से जोड़कर कोई विद्युत परिपथ बनाया। जब उसने स्विच को ‘ऑन’ की स्थिति में किया, तो बल्ब दीप्त नहीं हुआ। परिपथ में संभावित दोष को -पहचानने में जुबैदा की सहायता कीजिए।
उत्तर-जुबैदा ने सेल के दोनों सिरों को एक चालक तार से जोड़ा है, जिसे शार्ट सर्किट कहते हैं। इस कारण बल्ब दीप्त नहीं हुआ।